मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार को एक बड़ी राहत मिली जब बहुजन समाज पार्टी ने बुधवार को राज्य सरकार को अपना बाहरी समर्थन जारी रखने की घोषणा की.
बीएसपी उपाध्यक्ष रामजी गौतम ने कहा, "हमने सांप्रदायिक और जातिवादी ताकतों को रोकने के लिए कांग्रेस सरकार को अपना बाहरी समर्थन दिया है और प्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने के लिए बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के स्तर से निर्णय लिया गया है."
उन्होंने बसपा विधायक के मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बारे में भी स्पष्ट किया और कहा कि “हमारी पार्टी के सुप्रीमो का स्पष्ट रुख मध्यप्रदेश में सरकार को बाहर से समर्थन देना है और सरकार में किसी मंत्री या अन्य पद को स्वीकार नहीं करना है.
बसपा के दो विधायक, भिंड से संजू कुशवाह और पथरिया से रामबाई, एक सपा विधायक और चार निर्दलीय विधायक कमलनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार का समर्थन करने वाले सात विधायकों में से हैं.
बीएसपी विधायक रामबाई ने हाल ही में आरोप लगाया था कि उन्हें मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराने में बीजेपी की मदद करने पर 50 करोड़ और बड़े पदों जैसे प्रस्ताव मिल रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा था “लेकिन मैं इस तरह के प्रस्तावों से प्रभावित नहीं होने जा रही हूं और दादा (कमलनाथ) के साथ खड़ी रहूंगी.
बीएसपी का यह रूख इसलिए अहम है क्योंकि 30 अप्रैल को, मायावती ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन देने पर पुनर्विचार करने के बारे में ट्वीट किया था. मायावती गुना से बीएसपी के लोकसभा उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह के कांग्रेस में शामिल होने और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन करने से नाराज़ हुई थीं.
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