जबलपुर की रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना बरगी बांध के गेट किसी भी वक्त खोले जा सकते हैं, बांध प्रबंधन ने नर्मदा के तटीय क्षेत्र और निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है. वैसे तो बांध की पूर्ण भराव क्षमता 422.76 मीटर की है और अभी बांध का जलस्तर 416.9 मीटर है, लेकिन फिर भी बांध के गेट खोले जा रहे हैं.
मैन्यूअल के चलते कर रहे ऐसा
दरअसल बांध के मैन्यूअल के हिसाब से जुलाई के महीने में बांध का जलस्तर 417.5 मीटर ही रखा जाना है. इससे ज्यादा जल स्तर होने पर बांध के गेट खोले जाते हैं. दरअसल बरगी बांध के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार तेज बारिश का दौर चल रहा है. हालांकि अभी भी बरगी बांध करीब 5 मीटर से ज्यादा खाली है, लेकिन जुलाई माह में बांध को 417.5 मीटर से ज्यादा नहीं भरा जा सकता. इसलिए नर्मदा के तटीय और निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है.
तटों से उठेंगे डेरे और दुकानें
इस अलर्ट के बाद नर्मदा तट ग्वारीघाट और तिलवारा घाट में जमे पंडों के तखत, प्रसाद की दुकानें और नाश्ते की दुकानों के संचालकों को एहतियात बरतने कहा गया है. पानी बढ़ते ही पूरे तट को हर बार की तरह खाली कराया जाएगा.
रानी अवंती बाई लोधी सागर परियोजना बायां मैसनरी बांध संभाग के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे ने बताया कि बरगी जलाशय का जल स्तर रविवार 9 जुलाई की सुबह 8 बजे 416.25 मीटर और शाम 8 बजे 416.90 मीटर रिकॉर्ड किया गया था. शाम 8 बजे की स्थिति में जलाशय में 3 हजार 500 घन मीटर प्रति सेकेंड वर्षा जल की आवक हो रही थी. अजय सूरे ने बताया कि बांध आपरेशनल मैन्युअल के अनुसार बरगी बांध का जल स्तर 31 जुलाई तक 417.50 मीटर रखा जाना निर्धारित है. जलग्रहण क्षेत्र में लगातार वर्षा जल की आवक जारी रही तो बांध का जलस्तर जल्दी ही 417.50 मीटर के ऊपर पहुंच सकता है और जल स्तर को नियंत्रित करने जलद्वारों को कभी भी खोला जा सकता है. रानी अवंतीबाई लोधी सागर (बरगी बांध) का पूर्ण जल भराव स्तर 422.76 मीटर है.