बांसवाड़ा जिले से गुजरने वाला एक ऐसा पहला नेशनल हाईवे है, जो हर साल रिपेयर होता है, मगर गड्ढे ठीक नहीं हो रहे हैं. यह दुर्दशा रतलाम से स्वरूपगंज की ओर से बनाए गए नेशनल हाईवे 927A की है. इस हाईवे का बांसवाड़ा शहर से वजवाना तक 23 किलोमीटर क्षेत्र है और इसके निर्माण की लागत करीब 52 पॉइंट 79 करोड़ है. लेकिन 3 साल बने पहले ही इस नेशनल हाईवे को 3 से ज्यादा बार रिपेयर किया जा चुका है फिर भी सड़क पर गड्ढे कम नहीं हुए हैं.
साल भर पहले किया गया पैच वर्क भी इस बार की मानसून की पहली बारिश में ही बह गया. यह स्थिति तब है जब यह हाईवे गारंटी पीरियड में है. कपड़ा से वजवाना तक करीब 10 कीलोमीटर में हालत ज्यादा खराब है. घटिया सामग्री के इस्तेमाल से बने हाईवे को लेकर स्टेट चीफ इंजीनियर भी कई बार अधिकारियों को फटकार लगाते हुए सुधार के निर्देश दे चुके हैं. इसके बावजूद जिले में बैठे अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है.
नेशनल हाईवे की 1 किलोमीटर पर करीब ₹3 करोड़ खर्च किए हैं. यानी कि 1 किलोमीटर की सड़क पर करीब 3 करोड़ का खर्च आया है. कंक्रीट और डामर तक डेढ़ साल में उखड़ चुकी है. नेशनल हाईवे का कार्य जनवरी 2020 में पूरा हो चुका है. इसके बाद तीन बार में ज्यादा पेच वर्क हो चुका है. खास बात यह है कि नेशनल हाईवे का काम करने वाली कंपनी खुद इसका मेंटेनेंस नहीं देख रही.
इस बारे में जब एक्सियन हाईवे बी एल मीणा से बात की. उन्होंने बताया कि अभी तो हाईवे गारंटी पीरियड में है इसको ठीक करवाना चाहिए. इस बारे में मैं एक्सियन से बात करता हूं इसको तुरंत ठीक करवाने का निर्देश देता हूं. सड़क अगर बार बार कट रही है तो इसकी भी जांच करवाता हूं.
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