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This Article is From Feb 03, 2023

मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिए बनेंगे 17 अल्ट्रा हाई सबस्टेशन

मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी और मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के बीच हुआ ट्रांसमिशन सर्विस एग्रीमेंट

मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिए बनेंगे 17 अल्ट्रा हाई सबस्टेशन
प्रतीकात्मक तस्वीर
जबलपुर:

मध्यप्रदेश में 17 अति उच्चदाब सबस्टेशन बनाने के लिए मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी व मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के बीच ट्रांसमिशन सर्विस एग्रीमेंट (TSA) पर हस्ताक्षर हुए हैं. मध्यप्रदेश स्टेट ट्रांसमिशन यूटिलिटी के इंचार्ज मुख्य अभियंता संजय कुलश्रेष्ठ की उपस्थिति में मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर को संबंधित दस्तावेज हस्तांतरित किए. इसके पहले मध्यप्रदेश शासन द्वारा नियुक्त बिड प्रोसेस को-आर्डिनेटर आरईसीपीडीसीएल ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यनूतम बिडर मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड हैदराबाद को शेयर परचेस एग्रीमेंट (SPA) हस्तांतरित किया.

इस अवसर पर मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता अजय श्रीवास्तव, मध्यप्रदेश स्टेट ट्रांसमिशन यूटिलिटी के मोहन ढोके ,मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी की तरफ से सीजीएम शैलेन्द्र जनार्दन, आरईसीपीडीसीएल की तरफ से मुख्य महाप्रबंधक पीएस हरिहरण व मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एवं इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की ओर से उपाध्यक्ष प्रवीण शरद दीक्षित एवं कंपनी सचिव एन चन्द्रकाला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.

मुख्य अभियंता संजय कुलश्रेष्ठ ने बताया कि टेरिफ बेस्ड कांपटेटिव बिडिंग में न्यूनतम रहते हुए मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी के लिए 17 अति उच्चदाब के सबस्टेशन बनाने का यह कांट्रेक्ट हासिल किया है जिसमें 400 केव्ही का एक, 220 केव्ही के तीन तथा 132 केव्ही के 13 सबस्टेशन शामिल हैं. 17 सबस्टेशनों में मध्य क्षेत्र के 10 तथा पश्चिम क्षेत्र के सात सबस्टेशन शामिल हैं. मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 59 दौर के ई-रिवर्स ऑक्सन प्रक्रिया के बाद यह टेंडर मिला है. आदानी ट्रांसमिशन लिमिटेड, पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इंडिया, टाटा पावर कंपनी लिमिटेड तथा टेकनो इलेक्ट्रिक एवं इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड अंतिम दौर की टेंडर प्रक्रिया में शामिल थे.

इस पैकेज में भोपाल के औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में प्रदेश का पहला 400 केव्ही जीआईएस सबस्टेशन, भोपाल में ही 132/33 केव्ही का दूसरा जीआईएस सबस्टेशन एचओडी, भोपाल क्षेत्र में होशंगाबाद जिले के बिसोनिकला, बैतूल जिले के शाहपुर में 220 केव्ही का, राजगढ़ जिले के छापीहेडा, हरदा जिले के सोदालपुर, रायसेन जिले के पठारी व बाड़ी,सीहोर जिले के जावरजोड, अशोकनगर जिले के सेमराहट में 132 केव्ही के सबस्टेशन, धार जिले के पीथमपुर में 132/33 केव्ही का जीआईएस सबस्टेशन, खरगौन में 220 केव्ही का सबस्टेशन, उज्जैन जिले के भाटपचलाना खरगौन जिले के पीपलगांव, रतलाम जिले के धोदर, देवास जिले के चोबराधीर, अलीराजपुर जिले के अम्बजा में 132/33 केव्ही के सबस्टेशन बनाए जाएंगे. 

निर्माण करने के बाद इन सबस्टेशनों का संचालन 35 वर्षो के लिए मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के पास रहेगा.

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