प्रतीकात्मक फोटो
मुंबई:
बैंकों से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कर्ज लेकर कथित धोखाधड़ी करने वाले 36 वर्षीय एक व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. वह कर्ज लेकर बाद में भुगतान करने में आनाकानी करता था. कसरावाड़ावली थाने के वरिष्ठ निरीक्षक दत्ता ढोले ने बताया कि आरोपी व्यक्ति अपना नाम बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करता है और फिर बैंक से कर्ज लेता है. पुलिस ने स्थानीय अदालत के निर्देश पर कल इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की. यह निर्देश ठाणे में एक राष्ट्रीयकृत बैंक के अदालत में शिकायत करने के बाद जारी किया गया. पुलिस आरोपी व्यक्ति की तलाश कर रही है.
बैंकों के कारण नोटबंदी का अपेक्षित लाभ नहीं मिल सका : नीतीश कुमार
दर्ज प्राथमिकी के अनुसार व्यक्ति ने बैंक से दिसंबर 2014 में 49.76 लाख रुपये का एक कार कर्ज, जनवरी 2015 में 1.16 करोड़ रुपये का आवास ऋण और मार्च 2015 में 50 लाख रुपये का निजी कर्ज दिया गया है. ढोले ने कहा कि उसने कुछ समय तक ऋण की किश्तों का भुगतान किया और बाद में ऋण चूक की.
कहां गया नीरव मोदी का पैसा
उसके ऊपर अब भी 1.55 करोड़ रुपये का बकाया है. व्यक्ति ने कुछ अन्य बैंकों के साथ भी धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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दर्ज प्राथमिकी के अनुसार व्यक्ति ने बैंक से दिसंबर 2014 में 49.76 लाख रुपये का एक कार कर्ज, जनवरी 2015 में 1.16 करोड़ रुपये का आवास ऋण और मार्च 2015 में 50 लाख रुपये का निजी कर्ज दिया गया है. ढोले ने कहा कि उसने कुछ समय तक ऋण की किश्तों का भुगतान किया और बाद में ऋण चूक की.
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उसके ऊपर अब भी 1.55 करोड़ रुपये का बकाया है. व्यक्ति ने कुछ अन्य बैंकों के साथ भी धोखाधड़ी को अंजाम दिया है.
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