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Bhopal SIR: 50 दिन में नहीं दिए डाक्यूमेंट्स, तो भोपाल में कट जाएंगे लाखों वोटर्स के नाम, राडार पर हैं 4.40 लाख मतदाता?

Capital Bhopal: राजधानी में विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया में अकेले भोपाल की वोटर्स लिस्ट से 4 लाख 40 हजार से ज्यादा नाम कटने की संभावना है. इनमें वो हजारों वोटर्स हैं, जो अपने पते पर नहीं मिले, कहीं शिफ्ट हो चुके हैं और 33 हजार ऐसे वोटर्स भी शामिल हैं, जिनकी मौत हो चुकी है.

Bhopal SIR: 50 दिन में नहीं दिए डाक्यूमेंट्स, तो भोपाल में कट जाएंगे लाखों वोटर्स के नाम, राडार पर हैं 4.40 लाख मतदाता?
1.21 LAKH NO MAPING CATAGORY VOTERS OF BHOPAL CAN BE REMOVED IN ABSENCE OF DOCUMENTS

Bhoapl SIR: राजधानी भोपाल में SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया जारी है. वोटर्स लिस्ट में नाम सुधारने के लिए विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया में चौंकाने वाले परिणाम आए हैं. अकेले भोपाल से 4.40 लाख वोटर्स के नाम कटने तय है. हालांकि नो मैपिंग कैटेगरी वाले 1. 21 लाख वोटर्स को दस्तावेज जमा करने के लिए 50 दिन का वक्त दिया जाएगा. 

राजधानी में विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया में अकेले भोपाल की वोटर्स लिस्ट से 4 लाख 40 हजार से ज्यादा नाम कटने की संभावना है. इनमें वो हजारों वोटर्स हैं, जो अपने पते पर नहीं मिले, कहीं शिफ्ट हो चुके हैं और 33 हजार ऐसे वोटर्स भी शामिल हैं, जिनकी मौत हो चुकी है.

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भोपाल से कटेंगे 4.40 लाख से अधिक वोटर्स के नाम?

रिपोर्ट के मुताबिक राजधानी भोपाल में कुल 4.40 हजार वोटर्स के नाम कटने की आशंका है. हालांकि 1 लाख 21 हजार वो ‘नो मैपिंग' वोटर्स को दस्तावेज जमा करने के लिए नोटिस किया जाएगा और इसके लिए 50 दिनों का वक्त दिया जाएगा. अगर नो मैपिंग वोटर्स 50 दिनों में दस्तावेज जमा करने में अक्षम हुए तो उनके भी वोट कटने तय हैं. 

डिजिटलाइज हुए 16.83 लाख से अधिक वोटर्स फॉर्म

गौरतलब है भोपाल में विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया का डिजिटलाइजेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है.  अभी तक कुल 16 लाख 83 हजार 414 वोटर्स के फॉर्म डिजिटलाइज हो चुके हैं. हालांकि 1 लाख 21 हजार 21 वोटर्स का 2003 की लिस्ट में डेटा नहीं मिल सका है. यानी 4.40 लाख वोटर्स में 5.69 फीसदी वोटर्स नो मैपिंग कैटगरी मेंं है.

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भोपाल जिला प्रशासन नो मैपिंग कैटेगरी में शामिल 1 लाख 21 हजार 21 वोटर्स को 50 दिन का वक्त दिया है. जिला प्रशासन अगले 50 दिनों तक नो मैपिंग कैटेगरी वाले वोटर्स की रिकॉर्ड तलाशेगा, अगर रिकॉर्ड नहीं मिला तो संभावना है कि नो मैपिंग वोटर्स के नाम वोटर्स लिस्ट से हटेंगे.

नो मैपिंग कैटेगरी वाले वोटर्स को देना होगा दस्तावेज 

भोपाल में जारी विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया में 4.40 लाख वोटर्स का नाम कटना तय माना जा रहा है. हालांकि नो मैपिंग वालो वोटर्स, जिनकी संख्या नाम हटाने वाली वोटर्स की संभावित सूची में 5.69 फीसदी है, उनका रिकॉर्ड नहीं मिला तो उनके नाम भी कटने तय हैं. नो मैपिंग कैटेगरी वाले वोटर्स की संख्या 1 लाख 21 हजार 21 हैं.

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