विज्ञापन
This Article is From Jun 20, 2016

लखनऊ लाई गई थाईलैंड की जहरीली मछली, ऐसे करती है शिकार

लखनऊ लाई गई थाईलैंड की जहरीली मछली, ऐसे करती है शिकार
प्रतीकात्मक फोटो
लखनऊ: पानी में तैरती हुई मछलियों को देखते ही सबका दिल खुश हो जाता है। अगर मछलियां सुंदर, विचित्र होने के साथ जानलेवा हों तो उसे देखने का मजा कुछ अलग ही होता है। ऐसी ही दुर्लभ मछली 'स्टिंगरे' थाईलैंड से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिड़ियाघर में लाई गई है।

चिड़ियाघर के निदेशक अनुपम गुप्ता ने बताया कि 'स्टिंगरे' मछली 18 जून को यहां लाई गई। उसे यहां एक्वेरियम में रखा गया है।

रेयर प्रजाति की मछली
निदेशक का कहना है कि आमतौर पर मछली पालने का शौक रखने वाले 'स्टिंगरे' नहीं पालते। इसका कारण है कि यह मछली जहरीली होती है और आसानी से मिलती भी नहीं। इस मछली की उम्र अभी डेढ़ साल है। इसकी औसत आयु 80 वर्ष होती है। यहां लाई गई मछली 'लेपर्ड स्टिंग रे' प्रजाति की है।

ये है शिकार का तरीका
गुप्ता के मुताबिक, 'स्टिंगरे' को जिंदा मछली खाना पंसद है। ये अपनी पूंछ से डंक मारकर शिकार में एक म्यूकस (जहर) डाल देती है, जिससे शिकार को लकवा मार जाता है और वह उसे जिंदा ही निगल लेती है। अक्सर मछुआरे भी इसके शिकार हो जाते हैं।

उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई पर्यावरणविद और मगरमच्छों को पकड़ने में माहिर स्टीव इरविन की मौत 'स्टिंगरे' के डंक मारने से हुई थी। डिस्कवरी, नेशनल जियोग्राफिक और एनिमल प्लैनेट जैसे चैनलों पर अक्सर नजर आने वाले 44 वर्षीय स्टीव को क्रोकोडाइल हंटर या क्रोकोडाइल डंडी जैसे नामों से जाना जाता था।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
दुर्लभ मछली, स्टिंगरे, थाईलैंड, लखनऊ चिड़ियाघर, Stingray Fish, Rare Venomous Fish, Thailand
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com