बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को झारखंड में तीन जनसभाएं रद्द करनी पड़ीं हैं. इसके पीछे खराब मौसम वजह है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा-आज झारखंड में खराब मौसम और हवाई यात्रा में कठिनाई के कारण मेरी झारखंड की तीनों जनसभाएं रद्द करनी पड़ी हैं.मैं इस खराब मौसम में सभी की कुशलता की कामना करता हूं. दरअसल देश में ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश आदि हिस्सों में चक्रवाती तूफान फानी के असर के कारण मौसम खराब हो गया है. जिसका असर अन्य राज्यों में भी देखने को मिल रहा है.अमित शाह को सवा बारह बजे कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के प्रखंड मैदान पर पहली रैली को संबोधित करना था, इसके बाद वह दो बजकर 15 मिनट पर झारखंड के कचहरी मैदान, तीसरी जनसभा रांची लोकसभा क्षेत्र में करनी थी. इस प्रकार खराब मौसम के कारण ये तीनों रैलियां उनकी रद्द हो गईं हैं. जबकि चौथी रैली वह यूपी के लखनऊ लोकसभा क्षेत्र में करेंगे.
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अमित शाह ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रतापगढ़ की चित्रकूट रैली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने राहुल गांधी को महागठबंधन का 'महामिलावटी' नेता बता दिया. इतना ही नहीं, नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिसकी देश 70 साल से राह देख रहा था.प्रतापगढ़ के चित्रकूट में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी महागठबंधन के महामिलवटी नेता हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब देश में तापमान बढ़ता है तो वह (राहुल गांधी) छुट्टी ले लेते हैं और देश के बाहर चले जाते हैं... यहां तक कि उनकी मां (सोनिया गांधी) भी नहीं जानतीं कि वह कहां जाते हैं.' अमित शाह ने दावा किया कि पीएम मोदी ने 20 सालों में एक भी छुट्टी नहीं ली .
विजय संकल्प सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'राहुल की पार्टी ने देश पर 55 साल शासन किया और बुआ-भतीजा की पार्टी ने यूपी में 25 साल शासन किया, लेकिन मोदी सरकार का 5 साल का शासन इन 55 और 25 साल के शासन पर भारी पड़ा.' पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “इस सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर पूरे देश के लोगों में खुशी थी, लेकिन दो जगह मातम था. एक तो पाकिस्तान में और दूसरा अखिलेश, मायावती और राहुल गांधी के कार्यालय में मातम था क्योंकि इनको अपने वोट बैंक की चिंता थी.'
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