बीजेपी से गठबंधन पर बोली शिवसेना, 'महाराष्ट्र में हम बड़े भाई थे और रहेंगे'

बैठक के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने साफ़ किया कि इस बैठक में न तो गठबंधन को लेकर कोई चर्चा हुई और ना ही कोई प्रस्ताव आया.

मुंबई:

लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन के संकेतों के बीच शिवसेना ने सोमवार को एक बार फिर साफ किया कि महाराष्ट्र में वो बड़े भाई की ही भूमिका में रहेगी और इसी के आधार पर वो देश और राज्य की राजनीति करेगी. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में अपने पार्टी नेताओं और सांसदों के साथ एक अहम बैठक की. बैठक के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने साफ़ किया कि इस बैठक में न तो गठबंधन को लेकर कोई चर्चा हुई और ना ही कोई प्रस्ताव आया. हालांकि सूत्रों के मुताबिक दोनों के रिश्तों में जमी बर्फ़ पिघल रही है और महाराष्ट्र की 48 लोगसभा सीटों में से दोनों पार्टियां 24-24 सीटों पर लड़ने का समझौता कर सकती हैं.

पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में शिवसेना के राज्यसभा सदस्य और संसद में मुख्य सचेतक संजय राउत ने कहा कि पार्टी यह भी चाहती है कि आयकर सीमा भी 2.5 लाख से बढ़ाकर आठ लाख रुपये कर दी जाए.

शिवसेना और कांग्रेस का दावा: विपक्ष की एकजुटता देखकर घबरा गए हैं पीएम मोदी

राउत ने जोर देकर कहा, “शिवसेना महाराष्ट्र में बड़ा भाई है (भाजपा और दूसरे दलों के साथ गठबंधन में) और बना रहेगा.” उन्होंने कहा, “भाजपा की तरफ से शिवसेना के साथ गठबंधन के लिये कोई प्रस्ताव नहीं है. जो लोग हमसे गठबंधन के इच्छुक हैं वो इसके बारे में बात कर रहे हैं. हम किसी प्रस्ताव के हमारे पास आने का इंतजार नहीं कर रहे हैं.”

उद्धव ठाकरे का अमित शाह पर पलटवार, बोले- मेरी पार्टी को हराने वाला पैदा नहीं हुआ है

लंबे समय तक साझेदार भाजपा और शिवसेना में 2014 तक यह समझ थी जिसके तहत भाजपा राज्य में लोकसभा की ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ती थी और शिवसेना महाराष्ट्र विधानसभा की ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ती थी. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में हालांकि यह गठबंधन खत्म हो गया जब भाजपा ने मजबूत मोदी लहर पर सवार होकर अकेले महाराष्ट्र में चुनाव लड़ा 122 सीटों पर जीत हासिल की जबकि शिवसेना को महज 63 सीटों पर जीत मिली थी.

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

VIDEO: बाल ठाकरे पर स्‍मारक से क्‍या सुधरेंगे बीजेपी और शिवसेना के रिश्‍ते?