लोकसभा चुनाव (LOk Sabha Elections 2019) के आखिरी चरण का चुनाव प्रचार जोरों पर है. चुनावी सरगर्मियों के बीच अभिनेता से नेता बने कमल हासन (Kamal Haasan) ने तमिलनाडु में चुनावी प्रचार के दौरान कहा कि भारत का पहला अतिवादी हिंदू ही था. उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत का पहला अतिवादी हिंदू था, जिसका नाम है नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse). बता दें कि नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी. कमल हासन के इस बयान की अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने आलोचना की. विवेक ओबेरॉय (Vivek Oberoi) ने हासन की आलोचना करते हुए कहा कि कला और आतंकवाद दोनों का कोई धर्म नहीं है और पूछा कि क्या मुस्लिम वोट हासिल करने के लिए गोडसे के धर्म का जिक्र किया गया. प्रधानमंत्री पर बनी एक बायोपिक में नरेंद्र मोदी का किरदार निभाने वाले विवेक ओबेरॉय ने कहा कि किसी को भी देश को विभाजित नहीं करना चाहिए.
विवेक ओबेरॉय ने ट्वीट किया, 'प्रिय कमल सर, आप बहुत बड़े कलाकार हैं. जैसे कला का कोई धर्म नहीं होता ठीक वैसे ही आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. आप कह सकते हैं कि गोडसे आतंकवादी था, लेकिन आपने हिंदू शब्द का इस्तेमाल क्यों किया? इसलिए कि आप मुस्लिम बहुल इलाके में वोट हासिल करने की कोशिश कर रहे थे?'
कमल हासन का बड़ा बयान: आज़ाद भारत का पहला अतिवादी हिन्दू ही था, नाम था नाथूराम गोडसे
उन्होंने कहा, 'कृपया सर इस देश को बांटे नहीं, हम सभी एक हैं जय हिंद...अखंड भारत, अविभाजित भारत.' हालांकि हासन को कांग्रेस और द्रमुक कषगम का समर्थन मिला जिनके नेताओं ने कहा कि उन्हें अभिनेता से नेता बने हासन की टिप्पणियों में कुछ भी गलत नहीं लगा. टीएनसीसी अध्यक्ष केसी अलागिरी ने कहा कि वह हासन से '100 फीसदी' सहमत हैं, जबकि डीके प्रमुख के वीरमणि ने कहा कि गोडसे आरएसएस से प्रशिक्षित था.
इस मुद्दे पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए अलागिरी ने आरोप लगाया कि आरएसएस जैसे हिंदुत्व संगठन 'विरोधी विचारों को कुचलने में विश्वास' करते हैं और उन्होंने भगवा संगठन की तुलना आईएस से करते हुए कहा कि इस्लामिक संगठन यहां तक कि अपने साथी मुसलमानों के भी विपरीत विचार बर्दाश्त नहीं करता.
VIDEO: टैलेंट के अथाह समंदर यानी कमल हासन
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