प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Naendra Modi) की नई कैबिनेट में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जनता दल यूनाइनेट (JDU) का कोई नेता शामिल नहीं होगा. जेडीयू (JDU) प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने यह घोषणा की. नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने जो ऑफर हमारे सामने रखा था वह मुझे मंजूर नहीं है. हालांकि उन्होंने कहा कि हम एनडीए के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं. जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि हम न तो असंतुष्ट हैं और न ही नाराज हैं, लेकिन हमारे पार्टी से कोई भी मंत्री नहीं बनेगा.
केसी त्यागी ने बताया, 'सरकार में शामिल होने के लिए हमारी पार्टी को भाजपा से आमंत्रण मिला था, लेकिन यह सांकेतिक प्रतिनिधित्व जैसा था.' उन्होंने कहा कि जदयू में इस सांकेतिक प्रतिनिधित्व को लेकर सहमति नहीं है. लिहाजा हम (जदयू) मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं हो रहे हैं. जेडीयू के वरिष्ठ नेता ने कहा, 'जदयू राजग का हिस्सा बनी रहेगी.' उन्होंने कहा कि हमें इसे लेकर कोई नाराजगी नहीं है.
Bihar CM Nitish Kumar: They wanted only 1 person from JDU in the cabinet, so it would have been just a symbolic participation.We informed them that it is ok we don't need it. It is not a big issue, we are fully in NDA and not upset at all.We are working together,no confusion. pic.twitter.com/AsDa8EUnUN
— ANI (@ANI) May 30, 2019
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वे मंत्रिमंडल में जेडीयू से सिर्फ 1 मंत्री चाहते थे, इसलिए यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक भागीदारी थी. हमने उन्हें सूचित किया कि यह ठीक है हमें इसकी आवश्यकता नहीं है. यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है, हम पूरी तरह से एनडीए में हैं और परेशान नहीं हैं. हम एक साथ काम कर रहे हैं, कोई भ्रम नहीं है. बता दें कि नीतीश कुमार भाजपा के एकमात्र सहयोगी थे, जिन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से बुधवार को व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की थी. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू (JDU) अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और अमित शाह (Amit Shah) के बीच मुलाकात करीब आधे घंटे चली थी.
बता दें कि बिहार की 40 में 39 सीटों पर BJP-JDU-LJP गठबंधन ने कब्जा जमाया था. वहीं, महागठंधन के हिस्से सिर्फ एक सीट आई थी. JDU ने 17, BJP 17 और LJP ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था. जेडीयू ने इनमें से 16 सीटों पर कब्जा जमाया था.