लोकसभा अध्यक्ष और इंदौर से सांसद सुमित्रा महाजन ने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है. इसका ऐलान उन्होंने पार्ट को पत्र लिखकर किया है. हालांकि उनके इस पत्र में नसीहत और नाराजगी भी महूसस की जा रही है. उन्होंने पत्र में लिखा है, भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक इंदौर में अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. यह अनिर्णय की स्थिति क्यों है. संभव है कि पार्टी को निर्णय लेने में संकोच हो रहा है. हालांकि इस संदर्भ में मैंने पार्टी से वरिष्ठों से इस संदर्भ में बहुत पहले ही चर्चा की है. लगता है कि उनके मन में अब कुछ असमंजस है. इसलिए मैं यह घोषणा करती हूं कि मुझे अब लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ना है. अत: पार्टी अब अपना निर्णय मुक्त मन से करे नि: संकोच होकर करे.
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गौरतलब है कि बीजेपी की नीति रही है कि 75 साल से ज्यादा के उम्र के नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा. हालांकि पार्टी ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे बड़े नेताओं को खुद फैसला लेने के लिए छोड़ दिया गया था.
इसके बाद पार्टी ने फैसला किया है कि गुजरात की गांधीनगर सीट, जहां से आडवाणी सांसद रहे हैं, वहां पर अब अमित शाह को प्रत्याशी बनाया गया है. वहीं मुरली मनोहर जोशी की सीट कानपुर से सत्यदेव पचौरी को टिकट दिया गया है.
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