विज्ञापन
This Article is From Apr 01, 2019

लोकसभा चुनाव 2019: Facebook ने कांग्रेस का पेज रिमूव करने का किया दावा तो कुछ यूं आया पार्टी का रिएक्शन

समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक का कहना है कि भारत में होने जा रहे चुनाव के मद्देनजर वह यह कदम उठा रहा है.

लोकसभा चुनाव 2019: Facebook ने कांग्रेस का पेज रिमूव करने का किया दावा तो कुछ यूं आया पार्टी का रिएक्शन
लोकसभा चुनाव से पहले फेसबुक ने 687 पेज हटाए
नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok sabha election 2019) को ध्यान में रखते हुए लोगों को सोशल मीडिया कॉन्टेंट से प्रभावित होने से बचाने के लिए फेसबुक (Facebook) ने बड़ा कदम उठाया है. फेसबुक (Facebook) ने ऐसे 687 पेज को रिमूव यानी हटा दिया है जिनपर लोगों की सोच को प्रभावित करने का शक था. फेसबुक के अनुसार इन सभी पेज या एकाउंट पर लोगों को प्रभावित करने जैसे कंटेंट पोस्ट किए जा रहे थे. समाचार एजेंसी रॉयटर के मुताबिक, सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक (Facebook) का कहना है कि भारत में होने जा रहे चुनाव के मद्देनजर वह यह कदम उठा रहा है. खास बात यह है कि फेसबुक (Facebook) द्वारा हटाए गए पेज उन एकाउंट के हैं, जो कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं. फेसबुक ने इस कदम के एक बाद बयान भी जारी किया. उस बयान में फेसबुक ने कहा कि हमने 687 पेज और एकाउंट रिमूव कर दिए हैं, जिनमें से ज़्यादातर को हमारे ऑटोमेटिड सिस्टमों ने डिटेक्ट कर सस्पेंड कर रखा था. ये एकाउंट और पेज भारत में 'को-ऑर्डिनेटिड इनऑथन्टिक बिहेवियर' में लिप्त थे तथा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के IT सेल से जुड़े लोगों के थे.

फेसबुक ने कहा कि इन पेजों के एडमिन तथा एकाउंट होल्डरों ने स्थानीय ख़बरें तथा राजनैतिक मुद्दों से पोस्ट डालीं, जिनमें आगामी चुनाव, प्रत्याशियों के विचार, कांग्रेस के बारे में व BJP समेत राजनैतिक विपक्षियों की आलोचना की गई है.हमारे रिव्यू में पाया गया कि ये एकाउंट और पेज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के IT सेल से जुड़े लोगों के थे.

फेसबुक द्वारा कांग्रेस पार्टी के पेज को रिमूव करने के दावे पर कांग्रेस ने पार्टी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. पार्टी ने कहा कि हम आपके सामने यह साफ कर देना चाहते हैं कि फेसबुक ने आईएनसी के किसी पेज को रिमूव नहीं किया है. हमारे सभी वैरिफाइड एकाउंट को हमारे वालंटियर चलाते हैं और सभी सक्रिय रहे हैं. इन सब के बीच हम फेसबुक से उन पेज का लिस्ट मिलने का इंतजार कर रहे हैं जिन्हें हटाने की बात कही जा रही है. 

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते समय निर्वाचन आयोग ने सोशल साइट का गलत इस्तेमाल करने की बात कही थी. साथ ही कहा था कि इस बार इन साइट्स की मदद से प्रचार पर खर्च किए जाने पैसे पर भी नजर रखी जाएगी. बता दें कि लोकसभा चुनावों में चुनाव आयोग ने सोशल मीडिया कंपनियों पर कड़ी नज़र रखने का फैसला किया था. फेसबुक, ट्विटर और यू -ट्यूब जैसी कंपनियों को निर्देश जारी किया गया था कि वे राजनीतिक विज्ञापन और राजनीतिक दलों की तरफ से रखे जा रहे कंटेट पर सख्ती से नज़र रखें.लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी अभियान तेज़ हो रहा है. सबसे ज़्यादा चुनावी सक्रियता सोशल मीडिया मंचों पर दिख रही है. अब इस मंच के दुरुपयोग को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने कोड आफ कंडक्ट जारी कर दिया था.

सोशल मीडिया को लेकर चुनाव आयोग (EC) के निर्देश

  1. नामांकन दाखिल करने के दौरान उम्मीदवारों को सोशल मीडिया एकाउंट्स की जानकारी देनी होगी.
  2. सोशल मीडिया पर सभी राजनीतिक विज्ञापनों का प्री-सर्टिफिकेशन अनिवार्य होगा.
  3. चुनाव आयोग ने गूगल, फेसबुक, ट्वीटर और यू-ट्यूब को राजनीतिक दलों के विज्ञापनों को वेरिफाई करने को कहा.
  4. सोशल मीडिया पर विज्ञापनों पर खर्च को चुनावी खर्च का हिस्सा माना जाएगा.

Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव का 'शंखनाद', हर बूथ में इस बार वोट डालने के बाद मिलेगी पर्ची, 10 बड़ी बातें

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि सोशल मीडिया पर पॉलिटिकल एडवर्टाइजमेंट को रेगुलेट करने के लिए चुनाव आयोग ने जो दिशानिर्देश और आचार संहिता लागू की है उसको हम भी मानेंगे और सभी को मानना चाहिए. लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया का एंटी सोशल इस्तेमाल न हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए.  

कांग्रेस के प्रवक्ता प्रणव झा ने कहा था कि चुनाव आयोग को ये निर्दश काफी पहले जारी करने चाहिए थे. सिर्फ निगरानी से सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकना संभव नहीं होगा.

Lok Sabha Election 2019: एक महीने से ज्यादा चलेगा चुनावी समर, पहली बार लागू होंगे ये नियम, 10 बड़ी बातें

इंडियन सोशल मीडिया कंपनी शेयरचैट को चुनाव आयोग ने निर्देश दिया था कि वह तीन घंटे के अंदर किसी भी आपत्तिजनक कन्टेंट को ऐप से निकाल दें. एनडीटीवी से बातचीत में शेयरचैट के पब्लिक पालिसी हेड बर्जेज़ मालू ने ये बात कही थी

शेयरचैट चुनावों के दौरान अपने ग्राहकों की गतिविधियों पर नज़र रखेगा. आपत्तिजनक कन्टेंट डालने के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है. 300 से अधिक बीजेपी, कांग्रेस और आंध्र-तेलंगाना के नेता शेयरचैट पर सक्रिय हैं. शेयरचैट 24 घंटे ग्राहकों की गतिविधियों पर नज़र रख रहा है. महाराष्ट्र के सीएम फडनविस और बीजेपी नेता मनोज तिवारी के सबसे ज़्यादा फोलोअर्स हैं.

VIDEO: सोशल मीडिया पर नजर रखने की जरूरत? 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
लोकसभा चुनाव 2019: Facebook ने कांग्रेस का पेज रिमूव करने का किया दावा तो कुछ यूं आया पार्टी का रिएक्शन
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
Next Article
Elections 2019: तेजस्वी यादव नहीं डाल पाए वोट तो BJP ने कसा तंज, फिर RJD ने बताई ये वजह
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com