गुजरात के राजनीतिक गलियारों में शुक्रवार को यह अफवाह तैरती रही कि कांग्रेस के ओबीसी विधायक अल्पेश ठाकोर किसी भी समय इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होंगे. कांग्रेस के दो विधायक शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं और उनमें से एक सत्ताधारी पार्टी में शामिल हो गया. अल्पेश 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस में शामिल हुए थे और हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवानी की युवा तिकड़ी का हिस्सा हैं. उनके कदम को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है, जबकि चर्चा यह है कि भाजपा उन्हें मंत्री पद या लोकसभा का टिकट दे सकती है.
यह भी कयास है कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा और उनकी पत्नी को लोकसभा टिकट दिया जा सकता है. कांग्रेस प्रवक्ता अशोक पंजाबी ने शुक्रवार शाम कहा, "अल्पेश कहीं नहीं जा रहे हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे. उनकी आज राहुल जी से और हमारे केंद्रीय नेतृत्व के साथ एक शानदार बैठक हुई है. वह शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में सबकुछ स्पष्ट करेंगे." कई कोशिशों के बावजूद ठाकोर से संपर्क नहीं हो सका. इस बीच कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि अल्पेश लोकसभा टिकट मांग रहे हैं, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने कोई वादा नहीं किया है. उन्होंने शुक्रवार को वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से नई दिल्ली में शुक्रवार को मुलाकात की, लेकिन बैठक में क्या हुआ, उसके बारे में जानकारी नहीं है. हालांकि वह पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिलने वाले थे.
आखिर बिहार में कांग्रेस पार्टी को क्यों नहीं चाहिए अल्पेश ठाकोर
ठाकोर को गुजरात कांग्रेस नेतृत्व के साथ भी समस्या है कि उन्हें पार्टी में दरकिनार किया जा रहा है या नजरअंदाज किया जा रहा है और उन्होंने कहा है कि वह एआईसीसी के अध्यक्ष से मुलाकात के बाद भविष्य के कदम पर निर्णय लेंगे. इस बीच कांग्रेस पार्टी को तब एक और झटका लगा, जब सौराष्ट्र क्षेत्र के मनवदर से चार बार के विधायक जवाहर चावड़ा ने विधानसभा से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया. इसके कुछ ही घंटे बाद एक अन्य विधायक परसोत्तम सपरिया ने भी विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और वह भी सत्ताधारी पार्टी में शामिल होने वाले हैं.
Video: अल्पेश ठाकोर के विवादित बोल, ताइवान का मशरूम खाकर गोरे हो गए हैं पीएम
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं