लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के दौरान सभी राजनैतिक पार्टियां देशभर में जोर-शोर से रैलियां कर रही हैं. लोकसभा के लिए चार चरण के चुनाव हो चुके हैं और अभी पांचवे चरण का चुनाव 6 मई को किया जाना है. उससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वंदे मातरम वाला वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. चुनावी प्रचार के दौरान बिहार के दरभंगा में कुछ दिनों पहले पीएम मोदी की रैली का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें अपना भाषण समाप्त करने के बाद पीएम मोदी और मंच पर मौजूद सभी नेता वंदे मातरम का नारा लगा रहे हैं, लेकिन एनडीए के अहम सहयोगी नीतीश कुमार इस भीड़ से दूर चुपचाप बैठे रहे. इसी वीडियो को एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किसी यूजर्स से रीट्वीट करते हुए तंज कसा है.
असदुद्दीन ओवैसी ने लिखा, ''क्या संघी और भक्त नीतीश कुमार को देशद्रोही कहेंगे? और उन्हें यह कहेंगे भारत में रहना है तो .... बोलना''. ओवैसी का यह ट्वीट वायरल हो रहा है. दरअसल, बिहार के दरभंगा में भाजपा और जदयू की एक संयुक्त रैली हुई, जिसमें पीएम मोदी और नीतीश कुमार एक साथ मंच पर मौजूद थे, मगर जब वंदे मातरम का नारा लगाया गया, तब सभी नेता और सभा में मौजूद भीड़ ने मुठी बांधकर और हाथ ऊपर उठाकर वंदे मातरम का नारा लगाया, मगर नीतीश कुमार चुपचाप बैठे रहे.
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इसी वीडियो पर मचा है बवाल-
पीएम मोदी और नीतीश कुमार की मौजूदगी में इस घटना का यह वीडियो इस चुनाव का दुर्लभ दस्तावेज़ की तरह है. बिहार के दरभंगा में बीजेपी और जेडीयू की संयुक्त रैली हुई. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच पर थे. भाषण के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने जोर-जोर से वंदे मातरम-वंदे मातरम का नारा लगाया. भीड़ और मंच पर बैठे नेता मुट्ठी बांध कर, हवा में हाथ उठा कर वंदे मातरम... वंदे मातरम करने लगे. यहां तक कि रामविलास पासवान भी वंदे मातरम...वंदे मातरम करने लगे. मगर नीतीश कुमार उसी गठबंधन के बीच अपनी राजनीतिक समझ को बचाते रहे. उनके अगल-बगल हर शख्स वंदे मातरम...वंदे मातरम कर रहा था. मगर नीतीश कुमार चुपचाप बैठे रह गए. उन्होंने हाथ उठाकर ज़ोर-ज़ोर से वंदे मातरम... वंदे मातरम नहीं किया.
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