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This Article is From Oct 06, 2016

मलयाली उपन्यासकार यू के कुमारन को मिलेगा वायलार पुरस्कार

मलयाली उपन्यासकार यू के कुमारन को मिलेगा वायलार पुरस्कार
प्रतीकात्‍मक चित्र
प्रख्यात मलयाली उपन्यासकार और लघुकथा लेखक यू के कुमारन को उनके उपन्यास ‘तक्षणकुन्नू स्वरूपम’ के लिए इस साल का नामी वायलार पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है.

पुरस्कार पैनल के सदस्यों में एक प्रोफेसर एम के सानू ने बताया कि कवि और गीतकार वायलार राम वर्मा की याद में शुरू पुरस्कार गीतकार की पुण्यतिथि पर 27 अक्तूबर को एक समारोह में दिया जाएगा. केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार हासिल कर चुके कुमारन ने कहा कि पुरस्कार के लिए चुने जाने पर वह खुश हैं.

वायलार राम वर्मा स्मृति ट्रस्ट की ओर से शुरू मलयाली में उत्कृष्ट लेखन कार्य के लिए दिए जाने वाले पुरस्कार के तहत एक लाख रुपये नकद, एक रजत प्लेट और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है.

यू के कुमारन आधुनिकता के बाद के लेखकों में शामिल हैं. गौरतलब है कि स्‍वयं कमलेश्‍वर ने मलयालम कहानियों का भारतीय शिखर कथा कोश मलयालम कहानियां संपादित किया था. 1891 में मलयालम की पहली कहानी 'वासनाविकृति' प्रकाशित हुई थी. इसे 'विद्याविनोदिनी' में स्‍थान प्राप्‍त हुआ था. जिसके लेखक पत्रकार केसरी वेंगयिल कुञ्ञिरामन नायनार हैं. हैरानी की बात तो यह है कि यह कहानी लेखक के नाम के बिना ही प्रकाशित की गई थी.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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