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This Article is From Dec 26, 2016

2016 में सबसे ज्यादा पढ़ी गईं ये बुक्स, किताबें खरीदनें में दिल्ली वाले रहे सबसे आगे

2016 में सबसे ज्यादा पढ़ी गईं ये बुक्स, किताबें खरीदनें में दिल्ली वाले रहे सबसे आगे
नई दिल्ली: साल 2016 अपनी खट्टी-मीठी यादों के साथ हमें अलविदा कहने को तैयार है. हर साल की तरह ये साल भी हमें कुछ तोहफे देकर जा रहा है. उन तोहफों में कुछ खास किताबें भी हैं, जो इस साल आईं और लोगों ने उन्हें खूब पसंद किया. 2016 में एक रिपोर्ट आई जिससे पता चला कि देश की राजधानी दिल्ली में अन्य शहरों के मुकाबले ज्यादा किताबें पढ़ी जाती हैं.

चार साल से दिल्ली वाले हैं सबसे आगे
सबसे ज्यादा किताबें खरीदने वाले शहरों की रिपोर्ट में इस साल 20 शहरों को शामिल किया गया है, जिसमें करनाल, वडोदरा और पटना ने पहली बार जगह बनाई है. इसके अलावा लिस्ट में कोयंबटूर, विशाखापत्तनम और लखनऊ भी शामिल हैं. रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि लगातार चौथे साल दिल्ली वाले किताबें खरीदने के मामले में सबसे आगे रहे.

इस साल लोगों ने इन किताबों को खूब किया पसंद :

वन इंडियन गर्ल : चेतन भगत
रिपोर्ट के अनुसार इस साल भारत में चेतन भगत की किताब 'वन इंडियन गर्ल' सबसे ज्यादा खरीदी जाने वाली किताब रही. चेतन भगत ने इस किताब में महिलाओं के नजरिए से दुनिया को देखने की कोशि‍श की और उनके दर्द का बयां किया, लेकिन किताब में लिखी कुछ बातों के कारण उन्हें सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा.

हैरी पॉटर एंड द कर्स्ड चाइल्ड भाग 1 और 2 : जेके रोलिंग
दुनिया भर में हैरी पॉटर और जादू सिखाने वाले होगवॉर्ट स्कूल के किरदारों के प्रशंसकों के लिए उपन्यासकार जेके रोलिंग 'हैरी पॉटर एंड दि कर्स्ड चाइल्ड - भाग 1 और 2' लेकर आईं. दुनिया भर में हैरी पॉटर उपन्यास के प्रशंसकों की कमी नहीं है और आठवीं किताब के लिए इन सभी को पूरे 9 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा.

वर्ड पॉवर मेड ईजी (प्रतियोगी परीक्षा की पुस्तक) : नार्मन लुइस
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए वर्ड पॉवर बहुत जरूरी है और यह सवालों को हल करने में मददगार साबित होती है. वर्ड पावर ठीक है तो सिनोनिम्स, एंटोनिम्स, एनॉलॉगीज और फिल इन दि ब्लैंक्स के सवालों को हल करने में मदद मिलती है. इंग्लिश के ज्यादा से ज्यादा शब्द आपके पास हों, इसके लिए नार्मन लुइस 'वर्ड पॉवर मेड ईजी' किताब लेकर आए.

हू विल क्राई व्हेन यू डाई : रॉबिन शर्मा
'हू विल क्राई वेन यू डाई' रॉबिन शर्मा दा्रा लिखी गई है, जो कि हिंदी समेत कई भाषाओं में ट्रांसलेट हो चुकी है. यह किताब रॉबिन शर्मा के खुद के जीवन से प्रेरित है, जिस वजह से इसमें दी हुईं कहानियां अधिक व्यावहारिक लगती हैं. इसकी खास बात यह है कि आप कोई भी पन्‍ना खोल कर पढ़ना शुरु कर सकते हैं, क्‍योंकि इसमें दी गई कहानियां केवल 2-3 पेज में ही समाप्‍त हो जाती हैं.

शी स्वाइप्ड राइट इंटू माई हार्ट : सुदीप नागरकर
सुदीप नागरकर अपने रोमांटिक नॉवेल्स के कारण जाने-पहचाने नाम बन चुके हैं. 'शी स्वाइप्ड राइट इंटू माई हार्ट' भी लव स्‍टोरी है. नागरकर ने इस उपन्यास में युवाओं से जुड़े कई मुद्दे उठाए. जिसमें रिलेशनशिप में शारीरिक शोषण, हिंसा, समलिंगीय आकर्षण, कॉलेज के गैंग्स की किसी के साथ बदसलूकी और इंटरनेट से प्रभावित होती जिंदगियां शामिल हैं.

कॉमेथ द ऑवर : जेफ्री आर्चर
जेफ्री आर्चर की किताब 'कॉमेथ द ऑवर' इस साल रिलीज हुई और यह किताब लोगों के बीच काफी पॉपुलर हुई. इस साल आई रिपोर्ट के मुताबिक 'कॉमेथ द ऑवर' अंतर्राष्ट्रीय फिक्शन किताब के वर्ग में सबसे आगे रही.

द किस ऑफ लाइफ : इमरान हाशमी/बिलाल सिद्दीकी
बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी ने अपने बेटे अहान पर एक किताब 'द किस ऑफ लाइफ' लिखी, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया. किताब इमरान हाशमी के बेटे अयान की कैंसर से जंग और जीत पर आधारित है. इमरान के साथ 21 वर्षीय लेखक बिलाल सिद्दीकी ने किताब का सह-लेखन किया है.

मुझसे बुरा कोई नहीं : सुरेंद्र मोहन पाठक
सुरेन्द्र मोहन पाठक को हिन्दी का सर्वश्रेष्ठ मिस्ट्री राइटर माना गया है, इस साल उनकी किताब 'मुझसे बुरा कोई नहीं' आई, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया. इस साल सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों की हिंदी कैटेगरी में सुरेंद्र मोहन पाठक की पुस्तक 'मुझसे बुरा कोई नहीं' नंबर वन रही.

ए फीस्ट ऑफ वल्चर्स : जोसी जोसफ
पत्रकार जोसेफ ने अपनी किताब 'ए फीस्ट ऑफ वल्चर्स' में अपने साथ हुई ऐसी घटनाओं को बताने की कोशिश की, जिसमें उन्हें चुप कराने के लिए अलग-अलग तरह की पेशकश की गईं. किताब हार्परकालिंस इंडिया ने प्रकाशित की. जोसेफ ने इस लिहाज से अपने साथ हुई कई घटनाओं का जिक्र किया है.

थिंक एंड विन लाइक धोनी : स्फूर्ती सहारे
क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ऑफ द फील्ड कैसे इंसान हैं इसे समझने के लिए लेखिका स्फूर्ती सहारे ने उनके साथ काफी समय बिताया और उन्होंने धोनी पर एक मोटिवेशनल किताब लिखी, जिसका नाम है 'थिंक एंड विन लाइक धोनी'. इस किताब से ही खुलासा हुआ कि धोनी 3-4 लोगों को कॉल करने के लिए बस फोन का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा वो बिल्कुल फोन का इस्तेमाल नहीं करते, ना ही उनको इसका एडिक्शन है.

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