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कौन हैं जंगल-जंगल बात चली है के सिंगर अमोल सहदेव, इंडस्ट्री से दूर कॉर्पोरेट फर्म में करते हैं काम

90 के दशक में बड़े हुए हर बच्चे को ‘जंगल बुक’ का टाइटल सॉन्ग चड्डी पहन के फूल खिला है आज भी याद है. इस गाने को किसने गाया था और अब वो क्या कर रहे हैं? चलिए जानते हैं.

कौन हैं जंगल-जंगल बात चली है के सिंगर अमोल सहदेव, इंडस्ट्री से दूर कॉर्पोरेट फर्म में करते हैं काम
कौन हैं जंगल-जंगल बात चली है के सिंगर अमोल सहदेव
नई दिल्ली:

90 के दशक का मशहूर टीवी शो ‘जंगल बुक' तो आपको जरूर याद होगा.इसका टाइटल सॉन्ग "जंगल-जंगल बात चली है, पता चला है... चड्डी पहन कर फूल खिला है" उस समय हर बच्चे को जुबानी याद था. इस प्यारे गाने को गुलजार ने लिखा था और विशाल भारद्वाज ने संगीत दिया था. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे गाने वाला चाइल्ड आर्टिस्ट कौन था और अब वो क्या कर रहे हैं? आइए जानते हैं. द जंगल बुक के टाइटल ट्रैक जंगल जंगल बात चली है को 90s में एक बाल कलाकार ने गाया था, जिनका नाम अमोल सहदेव हैं.

अमोल सहदेव फिलहाल नोएडा में रहते हैं और एक कार्पोरेट प्रोफेशनल लिस्ट हैं. जब उन्होंने यह गाना गया तब उनकी उम्र केवल 9 साल थी. अमोल कहते हैं कि ये गाना हमेशा उनके जीवन के सफर का हिस्सा रहा है. उन्होंने बताया कि मैं स्कूल में इस गाने की वजह से फेमस हो गया था और 100 से ज्यादा लाइव शो में यह गाना गया था. हालांकि, अमोल कोई प्रोफेशनल सिंगर नहीं हैं, लेकिन लोग उनसे रिक्वेस्ट करते हैं कि वो अपने गानों ऑनलाइन डालें. उन्होंने बताया कि फिल्म इंडस्ट्री के कुछ लोग उनसे संपर्क करने की कोशिश भी करते हैं.

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जब फेसबुक पर आई अनगिनत फ्रेंड रिक्वेस्ट

2016 में जब द जंगल बुक पर हॉलीवुड फिल्म बनी तो उस वक्त अमोल सहदेव फिर सुर्खियों में आ गए थे. उन्होंने बताया कि एक सुबह वो उठे और उनका मेल बॉक्स मैसेज से भरा था, फेसबुक पर अनगिनत फ्रेंड रिक्वेस्ट और मैसेज आए थे. अमोल ने कहा कि मुझे लगा कि मेरा अकाउंट हैक हो गया है, फिर जब मैंने मैसेज पढ़े तब मुझे एहसास हुआ कि लोगों ने जंगल बुक का नया ट्रैक देखने के बाद मुझे ढूंढ निकाला है, यह बहुत ही प्यारी चीज है.

कैसे मिला था अमोल को ये गाना

अमोल सहदेव ने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि गुलजार का लिखा और विशाल भारद्वाज का बनाया गाना उन्हें कैसे मिला था. अमोल के पिता और विशाल भारद्वाज परिचित थे, तो उनके पिता एक दिन उन्हें स्टूडियो लेकर गए और वहां गाने की रिकॉर्डिंग सुनकर उन्होंने यह लाइन गाई और उन्हें यह गाना मिल गया, जो आज भी एक आईकॉनिक ट्रैक है. 

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