अमितव घोष (फाइल फोटो)
मुंबई:
अंग्रेजी के मशहूर लेखक अमिताभ घोष को मुंबई साहित्य उत्सव के 'टाटा लिटरेचर लाइव' में 'लाइफ टाइम अचीवमेंट' पुरस्कार से रविवार को सम्मानित किया गया. घोष ने कहा कि यह उनके लिए एक लंबा सफर रहा है.
'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक घोष ने कहा कि 30 साल पहले जब आप लेखक बनना चाहते थे तो इसकी हंसी उड़ाई जाती थी. कारण कि हम जैसे लोग लेखक नहीं बनना चाहते थे. हम नौकरशाह या बैंक प्रबंधक बनना चाहते थे. लेकिन बाद के बरसों में चीजें बदल गईं.
इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'सी ऑफ पॉपीज' के लेखक घोष ने कहा कि 30 साल पहले जब आप लेखक बनना चाहते थे तो इसकी हंसी उड़ाई जाती थी. कारण कि हम जैसे लोग लेखक नहीं बनना चाहते थे. हम नौकरशाह या बैंक प्रबंधक बनना चाहते थे. लेकिन बाद के बरसों में चीजें बदल गईं.
इस बीच, अरविंद अडीगा के 'सेलेक्शन डे' को फिक्शन श्रेणी में सम्मानित किया गया जबकि सिद्धार्थ मुखर्जी के 'द जीन' को गैर फिक्शन श्रेणी में पुरस्कार मिला.
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