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TMC सांसद मौज कर रहे हैं, इससे साफ है कि पार्टी को हिंदुओं से नफरत...: युसूफ पठान की पोस्ट पर बीजेपी का हमला

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और बर्बादी का मंजर रविवार को भी सड़कों पर जले हुए वाहनों, लूटे गये शॉपिंग मॉल और फार्मेसी में तोड़फोड़ के रूप में देखने को मिला.

TMC सांसद मौज कर रहे हैं, इससे साफ है कि पार्टी को हिंदुओं से नफरत...: युसूफ पठान की पोस्ट पर बीजेपी का हमला
कोलकाता:

TMC सांसद और पूर्व क्रिकेटर युसूफ पठान को उनके एक पोस्ट के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है. जिसके बाद से वो बीजेपी के निशाने पर आ गए. दरअसल उन्होंने अपनी कुछ फोटो शेयर की थी. जिसमें वे चाय पीते हुए दिखाई दे रहे हैं. एक तरफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा हुई, बस इसी माहौल में लोगों को उनकी ये पोस्ट रास नहीं आई. उसके बाद से ही उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है. अब युसूफ पठान की इस पोस्ट को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उन पर निशाना साधा है.

तृणमूल कांग्रेस पर हिंदुओं से नफरत का आरोप

बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि टीएमसी सांसद की ये पोस्ट साफ करती है कि बंगाल में मुर्शिदाबाद, नदिया और तमाम इलाकों के अंदर हिंदुओं के खिलाफ टारगेटेड वॉयलेंस ममता बनर्जी द्वारा किया जा रहा है. दूसरी तरफ टीएमसी सांसद मौज कर रहे हैं. इससे ये साफ होता है कि टीएमसी को हिंदुओं से नफरत है. ये पूरा का पूरा वॉयलेंस प्री-प्लान्ड है. जिसे टीएमसी की तरफ से सहयोग मिला हुआ है. इसलिए पश्चिम बंगाल के अंदर कोई भी हिंदू ममता सरकार में सुरक्षित नहीं है.

मुर्शिदाबाद हिंसा से टीएमसी ने झाड़ा पल्ला

मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसदों और विधायकों ने रविवार को जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए 'बाहरी लोगों' और 'पुलिस' पर इसका ठीकरा फोड़ा. टीएमसी का मुर्शिदाबाद में मजबूत दबदबा है, जहां जिले के 22 में से 20 विधायक और तीनों सांसद पार्टी से हैं. रविवार को कई टीएमसी सांसद और विधायक सुति और शमशेरगंज की सड़कों पर शांति की अपील करते नजर आए.

हिंसा के पीछे बाहरी लोगों को बताया जिम्मेदार

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और समर्थकों ने सोशल मीडिया पर मुर्शिदाबाद के टीएमसी नेतृत्व की. इस क्षेत्र की हिंसक पृष्ठभूमि के बावजूद स्थिति को भांपने में नाकामी की आलोचना की. जंगीपुर सांसद खलीलुर रहमान ने सफाई देते हुए कहा कि हमलावर मुख्य रूप से 'बाहरी' थे, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वे कहां से आए. उन्होंने कहा, "वे पड़ोसी मालदा और नदिया जिलों से, जमीन या जलमार्ग के रास्ते आए होंगे."

फरक्का के विधायक मनीरुल इस्लाम, जिनके भाई के घर पर शनिवार को भीड़ ने हमला किया था. उन्होंने कहा, "इस क्षेत्र में पहले कभी ऐसा नहीं हुआ. बाहरी लोगों की भूमिका के बिना यह संभव नहीं था. कुछ स्थानीय लोग भी शामिल हो सकते हैं, लेकिन हमलावर बाहर से आए थे."

भरतपुर के टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि शुरुआती चरण में पुलिस को और सक्रिय होना चाहिए था. कबीर ने आगे कहा, "यह हमारे देश में स्वीकार्य नहीं है. हर नागरिक को, चाहे उसका धार्मिक विश्वास कुछ भी हो, शांति से जीने का अधिकार है. ये हमले निंदनीय हैं और इस्लाम की भावना के खिलाफ हैं." हिंसा के बाद क्षेत्र में तनाव बना हुआ है, और टीएमसी नेतृत्व पर शांति बहाली के साथ-साथ पार्टी के भीतर उठ रहे सवालों का जवाब देने का दबाव बढ़ गया है.

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