
राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स टीम की जर्सी के साथ महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)
आईपीएल-9 का पहला मुकाबला महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली राइजिंग पुणे सुपरजायन्ट्स टीम के लिए 'बच्चों का खेल' साबित हुआ। आईपीएल में पहली बार खेल रही पुणे टीम ने गत चैंपियन मुंबई इंडियंस को बेहद आसानी से 9 विकेट से शिकस्त दी। मैच का फैसला 14.4 ओवर में ही तय हो गया। टीम के इस शानदार आगाज का श्रेय बहुत कुछ धोनी की चतुर कप्तानी को जाता है।
मैच में टॉस जीतकर मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बैटिंग का फैसला लिया। एक तरह से यह फैसला धोनी के लिए फायदेमंद ही साबित हुआ। टॉस के फौरन बाद माही ने कहा, वे इस विकेट पर पहले गेंदबाजी करना ही चाहते थे। उनकी बात के अपने मायने भी थे। पारी के दूसरे ही ओवर से पुणे टीम के गेंदबाजों ने विकेट गिराने का सिलसिला शुरू कर दिया। नियमित अंतराल में गत विजेता टीम विकेट गंवाती रही। रोहित शर्मा, लेंडल सिमंस, हार्दिक पांड्या, जोश बटलर और कीरन पोलार्ड जैसे धुरंधरों के जल्द आउट होने के बाद मुंबई टीम विकेट के लिए संघर्ष करती नजर आई। वह तो भला हो हरभजन सिंह का, जिन्होंने 30 गेंदों पर 45 रन बनाते हुए मुंबई के स्कोर को तीन अंकों के पार पहुंचा दिया।
मैच में धोनी के हर मूव में कप्तानी की चतुराई दिखाई दी। ईशांत शर्मा की ओर से मिली शुरुआती सफलता के बाद धोनी ने नॉन रेगुलर बॉलर मिचेल मार्श और रजत भाटिया का बखूबी इस्तेमाल किया। विकेट पर गेंद थोड़ा रुककर आ रही थी, ऐसे में यह मूव काम कर गया। मार्श ने अपने पहले ही ओवर में दो विकेट लेकर मुंबई इंडियंस को बैकफुट पर ला दिया। इसके बाद लाए गए रजत भाटिया ने अपने कटर्स ने बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली। खतरनाक पोलार्ड को आउट करने के अलावा भाटिया बेहद 'कंजूस' भी साबित हुए। उनके खाते के चार ओवर में महज 10 रन (प्रति ओवर 2.5 रन) बने। आईपीएल-9 का पहला मैडन भी इस गेंदबाज के नाम पर रहा।
गेंदबाजों को लगातार मिल रही कामयाबी के चलते रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजी का पूरा मौका भी नहीं मिल पाया। वे 16वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आए और इसी ओवर में एक विकेट लेने में कामयाब रहे। वैसे भी रविचंद्रन अश्विन को शनिवार को केवल एक ही ओवर करने का मौका मिल पाया।
मुंबई इंडियंस टीम को 121 रन पर सीमित करने के बाद बारी पुणे के बल्लेबाजों की थी। डु प्लेसिस और अजिंक्य रहाणे की प्रारंभिक जोड़ी ने 9.4 ओवर में ही 78 रन जोड़ते हुए मैच का फैसला तय कर दिया। मैच इस कदर एकतरफा रहा कि पुणे की टीम ने 122 का टारगेट 14.4 ओवर में केवल एक विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
रहाणे ने मैच में महज 42 गेंद पर 66 रन की पारी खेली, जिसमें तीन छक्के शामिल थे। धोनी की पुणे टीम की यह जीत इस मायने में भी काबिलेतारीफ है क्योंकि उनके खास माने जाने वाले दो खिलाड़ी सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा अब साथ नहीं हैं। माही की पूर्व टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के शानदार प्रदर्शन में इन दोनों खिलाडि़यों का महत्वपूर्ण योगदान था। आईपीएल -9 के पहले मैच में नईनवेली पुणे ने जिस शानदार अंदाज में गत विजेता मुंबई टीम को मात दी है, उससे टूर्नामेंट में इस टीम को लेकर उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं...
मैच में टॉस जीतकर मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने पहले बैटिंग का फैसला लिया। एक तरह से यह फैसला धोनी के लिए फायदेमंद ही साबित हुआ। टॉस के फौरन बाद माही ने कहा, वे इस विकेट पर पहले गेंदबाजी करना ही चाहते थे। उनकी बात के अपने मायने भी थे। पारी के दूसरे ही ओवर से पुणे टीम के गेंदबाजों ने विकेट गिराने का सिलसिला शुरू कर दिया। नियमित अंतराल में गत विजेता टीम विकेट गंवाती रही। रोहित शर्मा, लेंडल सिमंस, हार्दिक पांड्या, जोश बटलर और कीरन पोलार्ड जैसे धुरंधरों के जल्द आउट होने के बाद मुंबई टीम विकेट के लिए संघर्ष करती नजर आई। वह तो भला हो हरभजन सिंह का, जिन्होंने 30 गेंदों पर 45 रन बनाते हुए मुंबई के स्कोर को तीन अंकों के पार पहुंचा दिया।
मैच में धोनी के हर मूव में कप्तानी की चतुराई दिखाई दी। ईशांत शर्मा की ओर से मिली शुरुआती सफलता के बाद धोनी ने नॉन रेगुलर बॉलर मिचेल मार्श और रजत भाटिया का बखूबी इस्तेमाल किया। विकेट पर गेंद थोड़ा रुककर आ रही थी, ऐसे में यह मूव काम कर गया। मार्श ने अपने पहले ही ओवर में दो विकेट लेकर मुंबई इंडियंस को बैकफुट पर ला दिया। इसके बाद लाए गए रजत भाटिया ने अपने कटर्स ने बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली। खतरनाक पोलार्ड को आउट करने के अलावा भाटिया बेहद 'कंजूस' भी साबित हुए। उनके खाते के चार ओवर में महज 10 रन (प्रति ओवर 2.5 रन) बने। आईपीएल-9 का पहला मैडन भी इस गेंदबाज के नाम पर रहा।
गेंदबाजों को लगातार मिल रही कामयाबी के चलते रविचंद्रन अश्विन को गेंदबाजी का पूरा मौका भी नहीं मिल पाया। वे 16वें ओवर में गेंदबाजी के लिए आए और इसी ओवर में एक विकेट लेने में कामयाब रहे। वैसे भी रविचंद्रन अश्विन को शनिवार को केवल एक ही ओवर करने का मौका मिल पाया।
मुंबई इंडियंस टीम को 121 रन पर सीमित करने के बाद बारी पुणे के बल्लेबाजों की थी। डु प्लेसिस और अजिंक्य रहाणे की प्रारंभिक जोड़ी ने 9.4 ओवर में ही 78 रन जोड़ते हुए मैच का फैसला तय कर दिया। मैच इस कदर एकतरफा रहा कि पुणे की टीम ने 122 का टारगेट 14.4 ओवर में केवल एक विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
रहाणे ने मैच में महज 42 गेंद पर 66 रन की पारी खेली, जिसमें तीन छक्के शामिल थे। धोनी की पुणे टीम की यह जीत इस मायने में भी काबिलेतारीफ है क्योंकि उनके खास माने जाने वाले दो खिलाड़ी सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा अब साथ नहीं हैं। माही की पूर्व टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के शानदार प्रदर्शन में इन दोनों खिलाडि़यों का महत्वपूर्ण योगदान था। आईपीएल -9 के पहले मैच में नईनवेली पुणे ने जिस शानदार अंदाज में गत विजेता मुंबई टीम को मात दी है, उससे टूर्नामेंट में इस टीम को लेकर उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं...
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