चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिहाज से धोनी की तैयारी पूरी हो चुकी है और फैंस उनसे अगले महीने लंदन में बड़े धमाल की उम्मीद कर सकते हैं.(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
एमएस धोनी ने घरेलू टी20 लीग के 15 मैच की 14 पारियों में 28 के औसत से एक अर्द्धशतक के सहारे 280 रन बनाए हैं. ये आंकड़े बेशक आकर्षक ना नज़र आयें, लेकिन पिछले तीन महीनों में धोनी ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ शतकीय पारी खेलने के अलावा झारखंड टीम को सेमीफ़ाइनल तक पहुंचाने का कारनामा कर दिखाया. माना जा सकता है कि आने वाली चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिहाज से धोनी की तैयारी पूरी हो चुकी है और फैंस उनसे अगले महीने लंदन में बड़े धमाल की उम्मीद कर सकते हैं.
मुंबई vs पुणे के क्वालिफ़ायर 1 मैच से पहले पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने उम्मीद जताई थी, "बेन स्टोक्स की ग़ैर मौजूदगी में धोनी को नंबर 4 पर खेलने का मौक़ा मिलेगा. फिर धोनी तो महेंद्र सिंह धोनी हैं. ऐसे हालात में उनका जादू देखने को मिल सकता है. और अगर ऐसा हुआ तो मुबई के फैंस शायद निराश हो जाएं कि उनकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन खुश होंगे कि उन्हें धोनी की अच्छी बल्लेबाज़ी देखने को मिली." गावस्कर की बातें सौ टका सही साबित हुईं. धोनी के छक्कों पर मुंबई के फैंस ने भी. धोनी ईई...धोनी ईई...के नारे लगाये.
26 गेंदों पर 5 छक्के के सहारे नाबाद 40 रन...एमएसडी इन आंकड़ों का कारनामा करते रहे हैं. दबाव बढ़े तो धोनी की पारी बड़ी हो जाती है...13वें ओवर में 89 पर 3 विकेट गंवाने के बाद टीम में जीत का दम भरने का काम धोनी ने अपने करियर में कई बार किया है. पुणे के लिए धोनी की इस पारी ने 6 साल पहले हुए वर्ल्ड कप फ़ाइनल की याद ताज़ा कर दी. तब भी धोनी ने तीन विकेट गिरने के बाद बैकफ़ुट पर गई टीम इंडिया की (वर्ल्ड कप फ़ाइनल में सहवाग, तेंदुलकर और विराट के 3 विकेट पर 114 के स्कोर पर धोनी मैदान पर आये) ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर ली और एक इतिहास कायम कर दिया. (( 1-0 (Sehwag, 0.2 ov), 2-31 (Tendulkar, 6.1 ov), 3-114 (Kohli, 21.4 ov), 4-223 (Gambhir, 41.2 ov)).
मुंबई के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब 17 साल के दाएं हाथ के स्पिनर वाशिंगटन सुंदर को मिला लेकिन पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और एक्सपर्ट संजय मांजरेकर MSD को भी इस ख़िताब का हक़दार मानते हैं. मांजरेकर ने ट्वीट किया, "एमएस धोनी भी वासिंगटन सुंदर जितना ही मैन ऑफ़ द मैच हैं, आख़िरी दो ओवर में उनके 41 रनों की वजह से पुणे कैंप का आत्मविश्वास वापस लौटा." पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क धोनी से बेहद प्रभावित हैं. उन्होंने ट्वीट किया है, "धोनी पहले की तरह हमेशा फ़्रीक यानी धुन के पक्के रहेंगे, धुंआधार फ़ॉर्म में धोनी."
टूर्नामेंट के दस सीज़न में रिकॉर्ड सातवीं बार (2008/ 2010 /2011 / 2012 / 2013 / 2015 /2017) बार फ़ाइनल खेलने वाले MSD की इस टूर्नामेंट में कामयाबी से उनके पुराने साथी मो. कैफ़ भी ज़बरदस्त तरीके से हैरान हैं. कैफ़ ट्वीट करते हैं, " धोनी का ये सातवां फ़ाइनल होगा. इतने व्यस्त टूर्नामेंट में 70 फ़ीसदी कामयाबी बहुत बड़ी बात है. बिरले खिलाड़ी ही ऐसा कर पाते हैं."
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग ने मैच से पहले ही उम्मीद जताई थी कि बेन स्टोक्स की ग़ैरमौजूदगी में धोनी का सिक्का ज़रूर चलेगा और धोनी ने हमेशा की तरह फ़ैन्स और एक्सपर्ट्स को मायूस नहीं होने दिया.
मुंबई vs पुणे के क्वालिफ़ायर 1 मैच से पहले पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने उम्मीद जताई थी, "बेन स्टोक्स की ग़ैर मौजूदगी में धोनी को नंबर 4 पर खेलने का मौक़ा मिलेगा. फिर धोनी तो महेंद्र सिंह धोनी हैं. ऐसे हालात में उनका जादू देखने को मिल सकता है. और अगर ऐसा हुआ तो मुबई के फैंस शायद निराश हो जाएं कि उनकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन खुश होंगे कि उन्हें धोनी की अच्छी बल्लेबाज़ी देखने को मिली." गावस्कर की बातें सौ टका सही साबित हुईं. धोनी के छक्कों पर मुंबई के फैंस ने भी. धोनी ईई...धोनी ईई...के नारे लगाये.
26 गेंदों पर 5 छक्के के सहारे नाबाद 40 रन...एमएसडी इन आंकड़ों का कारनामा करते रहे हैं. दबाव बढ़े तो धोनी की पारी बड़ी हो जाती है...13वें ओवर में 89 पर 3 विकेट गंवाने के बाद टीम में जीत का दम भरने का काम धोनी ने अपने करियर में कई बार किया है. पुणे के लिए धोनी की इस पारी ने 6 साल पहले हुए वर्ल्ड कप फ़ाइनल की याद ताज़ा कर दी. तब भी धोनी ने तीन विकेट गिरने के बाद बैकफ़ुट पर गई टीम इंडिया की (वर्ल्ड कप फ़ाइनल में सहवाग, तेंदुलकर और विराट के 3 विकेट पर 114 के स्कोर पर धोनी मैदान पर आये) ज़िम्मेदारी अपने कंधों पर ली और एक इतिहास कायम कर दिया. (( 1-0 (Sehwag, 0.2 ov), 2-31 (Tendulkar, 6.1 ov), 3-114 (Kohli, 21.4 ov), 4-223 (Gambhir, 41.2 ov)).
मुंबई के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में मैन ऑफ़ द मैच का ख़िताब 17 साल के दाएं हाथ के स्पिनर वाशिंगटन सुंदर को मिला लेकिन पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और एक्सपर्ट संजय मांजरेकर MSD को भी इस ख़िताब का हक़दार मानते हैं. मांजरेकर ने ट्वीट किया, "एमएस धोनी भी वासिंगटन सुंदर जितना ही मैन ऑफ़ द मैच हैं, आख़िरी दो ओवर में उनके 41 रनों की वजह से पुणे कैंप का आत्मविश्वास वापस लौटा." पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क धोनी से बेहद प्रभावित हैं. उन्होंने ट्वीट किया है, "धोनी पहले की तरह हमेशा फ़्रीक यानी धुन के पक्के रहेंगे, धुंआधार फ़ॉर्म में धोनी."
Once a FREAK always a FREAK! MS Dhoni on
— Michael Clarke (@MClarke23) May 16, 2017
टूर्नामेंट के दस सीज़न में रिकॉर्ड सातवीं बार (2008/ 2010 /2011 / 2012 / 2013 / 2015 /2017) बार फ़ाइनल खेलने वाले MSD की इस टूर्नामेंट में कामयाबी से उनके पुराने साथी मो. कैफ़ भी ज़बरदस्त तरीके से हैरान हैं. कैफ़ ट्वीट करते हैं, " धोनी का ये सातवां फ़ाइनल होगा. इतने व्यस्त टूर्नामेंट में 70 फ़ीसदी कामयाबी बहुत बड़ी बात है. बिरले खिलाड़ी ही ऐसा कर पाते हैं."
Going to be 7 IPL finals for Dhoni now. 70% is a huge success rate to make it to finals of such a hectic tournament.
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) May 17, 2017
Rarest of rare players
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग ने मैच से पहले ही उम्मीद जताई थी कि बेन स्टोक्स की ग़ैरमौजूदगी में धोनी का सिक्का ज़रूर चलेगा और धोनी ने हमेशा की तरह फ़ैन्स और एक्सपर्ट्स को मायूस नहीं होने दिया.
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