विज्ञापन
This Article is From Sep 19, 2023

आज लोकसभा में पेश होगा महिला आरक्षण बिल, कोटा के भीतर नहीं मिलेगा कोटा-सूत्र

साल 2010 में यूपीए सरकार में यह बिल राज्यसभा से पारित हो गया था लेकिन सरकार गिरने के डर से इसे लोकसभा से पास नहीं कराया गया था. हालांकि कांग्रेस शुरुआत से ही इस बिल के समर्थन में है.

आज लोकसभा में पेश होगा महिला आरक्षण बिल, कोटा के भीतर नहीं मिलेगा कोटा-सूत्र
आज लोकसभा में पेश होगा महिला आरक्षण बिल

महिला आरक्षण बिल आज संसद में पेश किया जाएगा. इस बिल के तहत  महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान है. सूत्रों की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक महिलाओं को 33 % आरक्षण देने का प्रावधान लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए है. राज्यसभा और विधान परिषदों में बराबर आरक्षण मिलने का प्रावधान इस बिल में नहीं है. यह बिल महिलाओं को सिर्फ लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का हक दिलाएगा.

ये भी पढे़ं-"महिला आरक्षण बिल सांसदों के लिए अग्निपरीक्षा": जानें PM मोदी ने ऐसा क्यों कहा?

कोटा के भीतर नहीं मिलेगा कोटा-सूत्र

महिला आरक्षण बिल मे एससी और एसटी वर्ग की महिलाओं के लिए भी आरक्षण का प्रावधान होगा लेकिन एक सीट पर दो सासंद नहीं होंगे. ओबीसी आरक्षण इस बिल के तहत नहीं दिया जाएगा. यानी कि कोटे के भीतर कोटा नहीं होगा. बता दें कि महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण के प्रावधान वाला बिल  आज ही लोकसभा में पेश किया जाएगा. 19 सितंबर को मोदी कैबिनेट से इस बिल को मंजूरी दी है अब संसद में पास होने के बाद इसे कानून का रूप देने की तैयारी की जा रही है.

पांचवीं बार संसद में पेश होगा बिल

यह बिल पहली बार संसद में पेश नहीं हो रहा है.इससे पहले भी चार बार इस बिल को पेश किया जा चुका है लेकिन यह कानून का रूप नहीं ले सका था. इस बिल को पहली बार 27 साल पहले एचडी देवेगौड़ा की सरकार में पेश किया गया था उस दौरान कई दलों के सांसदों ने इसका जमकर विरोध किया था. साल 2010 में यूपीए सरकार में यह बिल राज्यसभा से पारित हो गया था लेकिन सरकार गिरने के डर से इसे लोकसभा से पास नहीं कराया गया था. हालांकि कांग्रेस शुरुआत से ही इस बिल के समर्थन में है. सोनिया गांधी ने इसे यूपीए का बिल कहा है. वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि महिलाओं के लिए आरक्षण के बिल को जल्द से जल्द लागू किया जाना चाहिए.

सपा और आरजेडी क्यों कर रहे विरोध?

समाजवादी पार्टी इस बिल को लेकर अपने पुराने रुख पर कायम है. सपा पहले भी कोटा के भीतर कोटा की मांग करते हुए इस बिल का विरोध करती रही है. अब भी सपा अपनी उसी मांग को दोहरा रही है.राज्यसभा से  सपा सांसद जया बच्चन ने कहा है कि कोटा के भीतकर कोटा दिया जाए. जब कि सूत्रों के हवाले से खबर है कि कोटा के भीतर कोटा का प्रावधान इस बिल में नहीं होगा. ऐसे में सपा का इस बिल का एक बार फिर से विरोध करना साफ दिख रहा है. वहीं आरजेडी भी इसी तरह की मांग करती रही है. इस बिल में क्या प्रावधान होंगे ये लोकसभा में पेश होने के बाद ही साफ हो सकेगा.
ये भी पढे़ं-महिला आरक्षण बिल: विपक्षी गठबंधन INDIA की परीक्षा, उजागर हो सकती हैं भीतर की दरारें

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com