कंपनी ने कहा है कि वह 31 मार्च, 2018 तक सिक्का का उत्तराधिकारी ढूंढ लेगी...
नई दिल्ली:
आईटी कंपनी इंफोसिस के लिए विशाल सिक्का के स्थान पर नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की तलाश आसान नहीं होगी. उद्योग के नेताओं और विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के कुछ दिग्गज संस्थापकों की 'निगाह' में रहने की वजह से सीईओ पद के कई दावेदार पीछे हट सकते हैं. इंफोसिस के पहले गैर संस्थापक सीईओ सिक्का ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया. उन्होंने संस्थापकों के लगातार हमलों के मद्देनजर यह कदम उठाया है. कंपनी के निदेशक मंडल ने सीईओ के इस्तीफे का दोष इंफोसिस के सह संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति पर मढ़ा है. कंपनी ने कहा है कि वह 31 मार्च, 2018 तक सिक्का का उत्तराधिकारी ढूंढ लेगी. सीईओ पद के लिए इंफोसिस के भीतर और बाहर उपयुक्त व्यक्ति की तलाश की जाएगी.
प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज ने कहा कि कोई भी संभावित उम्मीदवार सार्वजनिक निगरानी और आलोचना को लेकर चिंतित होगा. ऐसे में कोई बाहरी सीईओ बनने को लेकर अधिक खुश नहीं होगा. सलाहकार कंपनी का मानना है कि ऐसे में पुराने चेहरे पर भरोसा जताना अधिक बेहतर होगा. यह आसान चयन होगा पर इसका मतलब शांति बनाने के लिए कुशलता से समझौता होगा. इंफोसिस के संस्थापक मूर्ति पिछले कई महीने से कंपनी में कथित रूप से कामकाज के संचालन में खामी का मुद्दा उठाते रहे हैं.
पढ़ें: विशाल सिक्का के हटते ही इंफोसिस की मुश्किलें बढ़ीं, अमेरिका में शुरू हुई जांच
करीब तीन दशक पहले मूर्ति ने छह अन्य लोगों के साथ इस कंपनी की स्थापना की थी. कुछ अन्य पूर्व कार्यकारियों के साथ मूर्ति सिक्का को दिए जाने वाले ऊंचे पैकेज को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. साथ ही उन्होंने कंपनी के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी राजीव बंसल तथा पूर्व जनरल काउंसिल डेविड केनेडी को नौकरी छोड़ने के लिए दिए भारी पैकेज पर भी सवाल उठाया था.
पढ़ें: विशाल सिक्का ने ब्लॉग पर बांटा दर्द - 'व्यक्तिगत' हमलों से बचते-बचते CEO नहीं बना रह सकता था
उद्योग के दिग्गज प्रमोद भसीन ने पीटीआई भाषा से कहा कि इंफोसिस के लिए सीईओ की तलाश अब और मुश्किल होगी. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण होगा कि बोर्ड और इंफोसिस के नए आने वाले सीईओ शेयरधारकों की आवाज सुनें.
VIDEO : इंफोसिस के CEO का इस्तीफा
उद्योग से वर्षों से जुड़े गणेश नटराजन ने कहा कि इंफोसिस को अब सीईओ की तलाश का काम तेज करना चाहिए जिससे लोगों में यह संदेश जाए कि कंपनी में सबकुछ ठीकठाक है. इंफोसिस ने अभी संभावित उम्मीदवारों के बारे में कुछ नहीं कहा है लेकिन कंपनी के अंतरिम मुख्य कार्यकारी प्रवीण राव, सीएफओ रंगनाथ डी माविनाकेरे, डिप्टी सीओओ रवि कुमार एस और मोहित जोशी को इस पद के लिए दौड़ में माना जा रहा है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज ने कहा कि कोई भी संभावित उम्मीदवार सार्वजनिक निगरानी और आलोचना को लेकर चिंतित होगा. ऐसे में कोई बाहरी सीईओ बनने को लेकर अधिक खुश नहीं होगा. सलाहकार कंपनी का मानना है कि ऐसे में पुराने चेहरे पर भरोसा जताना अधिक बेहतर होगा. यह आसान चयन होगा पर इसका मतलब शांति बनाने के लिए कुशलता से समझौता होगा. इंफोसिस के संस्थापक मूर्ति पिछले कई महीने से कंपनी में कथित रूप से कामकाज के संचालन में खामी का मुद्दा उठाते रहे हैं.
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करीब तीन दशक पहले मूर्ति ने छह अन्य लोगों के साथ इस कंपनी की स्थापना की थी. कुछ अन्य पूर्व कार्यकारियों के साथ मूर्ति सिक्का को दिए जाने वाले ऊंचे पैकेज को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. साथ ही उन्होंने कंपनी के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी राजीव बंसल तथा पूर्व जनरल काउंसिल डेविड केनेडी को नौकरी छोड़ने के लिए दिए भारी पैकेज पर भी सवाल उठाया था.
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उद्योग के दिग्गज प्रमोद भसीन ने पीटीआई भाषा से कहा कि इंफोसिस के लिए सीईओ की तलाश अब और मुश्किल होगी. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण होगा कि बोर्ड और इंफोसिस के नए आने वाले सीईओ शेयरधारकों की आवाज सुनें.
VIDEO : इंफोसिस के CEO का इस्तीफा
उद्योग से वर्षों से जुड़े गणेश नटराजन ने कहा कि इंफोसिस को अब सीईओ की तलाश का काम तेज करना चाहिए जिससे लोगों में यह संदेश जाए कि कंपनी में सबकुछ ठीकठाक है. इंफोसिस ने अभी संभावित उम्मीदवारों के बारे में कुछ नहीं कहा है लेकिन कंपनी के अंतरिम मुख्य कार्यकारी प्रवीण राव, सीएफओ रंगनाथ डी माविनाकेरे, डिप्टी सीओओ रवि कुमार एस और मोहित जोशी को इस पद के लिए दौड़ में माना जा रहा है.
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