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वुलर झील से NDTV की Ground Report, समझें- सिंधु संधि सस्पेंड होने से क्यों बिलबिला रहा पाकिस्तान?

Indus Water Treaty : पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई सख्त फैसले लिए हैं. लेकिन इन फैसलों में सबसे ज्यादा चर्चा सिंधु जल समझौते को स्थगित करने को लेकर हो रहा है. पाकिस्तान भी भारत के इस ऐलान से बिलबिला रहा है.

Indus Water Treaty: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने सिंधु जल समझौते को स्थगित कर दिया है. इसका जमीन पर मतलब यह है कि भारत से 3 नदियों का जो पानी पाकिस्तान जाता है, वो रोका जाएगा. शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के साथ बैठक कर साफ कहा कि पानी का एक भी कतरा पाकिस्तान नहीं जाएगा. साफ है कि सिंधु जल संधि को स्थगित किए जाने का असर पाकिस्तान पर पड़ेगा. लेकिन इस संधि को स्थगित करने के लिए भारत को क्या करना होगा, इस संधि को सस्पेंड करने से पाकिस्तान क्यों बिलबिला रहा है? समझिए इस रिपोर्ट में.  

बांदीपोर में स्थित वुलर झील, मीठे पानी की सबसे बड़ी झील

जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में साउथ एशिया की सबड़े बड़ी मीठे पानी की झील है. इस झील का नाम वुलर झील है. इसी झील से होकर झेलम नदी बहती है. सिंधु संधि स्थगित करने के बाद भारत वुलर झील पर वुलर बैराज बनाएगा. जिससे यहां का पानी पाकिस्तान नहीं जा सकेगा. 

1980 से बांध बना, बैराज बनने की कई कोशिश हुई फेल

वुलर झील 199 वर्ग किलोमीटर में फैला है. एक तरह सोपोर तो दूसरी ओर बांदीपोर है. सिंधु नदी का एक हिस्सा भी इसी झील से डायवर्ट किया गया है. वुलर बैराज का एक हिस्सा बांध रूप में 1980 में बना था. लेकिन तब पाकिस्तान ने कहा कि यह सिंधु जल संधि का उल्लंघन है. फिर जब 1990 में आतंकवाद चरम पर था, तब यह प्रोजक्ट वहीं अटक गया.

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2012 में आतंकियों ने ब्लास्ट कर रोक दिया था काम

इसके बाद 2004 में बैराज का काम शुरू तो हुआ लेकिन पूरा नहीं हो सका. बाद में 2012 में उमर अब्दुल्ला की हुकूमत में वुलर बैराज का काम तेजी से शुरू हुआ. लेकिन तब बड़ी संख्या में आए आतंकियों ने आईईडी लगाकर बैराज के हुए काम को उड़ा दिया. लोगों को हथियार की नोक पर धमकाया. ऐसे में वुलर बैराज का काम फिर रूक गया. 

अब भारत का साफ फैसला- पानी नहीं जाएगा पाकिस्तान

लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत से जब फैसला लिया कि पानी को रोकना है. तब वुलर झील पर बैराज बनने का रास्ता फिर से साफ हो गया है. भारत सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान में हड़कंप मचा है. क्योंकि वुलर झील पर बैराज बनने का मतलब है कि पाकिस्तान को जा रहा पानी रुक जाएगा. 

सिंधु संधि सस्पेंड होने से पाकिस्तान क्यों परेशान

इससे पाकिस्तान में सूखे जैसी स्थिति हो जाएगी. साथ ही जब बारिश के दिनों में भारत वुलर बैराज को खोलेगा पाकिस्तान का बड़ा हिस्सा सैलाब की जद में होगा. ऐसे में सिंधु जल समझौते को स्थगित करना पाकिस्तान को सूखा और सैलाब दोनों का खतरा बढ़ाएगा. 

पाकिस्तान ने पानी रोकने को जंग का ऐलान बताया

सिंधु जल संधि के तहत भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान को एक भी बूंद पानी नहीं जाने दिया जाएगा. ऐसे में वुलर झील पर बैराज बनने से पाकिस्तान परेशान है. क्योंकि भारत-पाकिस्तान के बीच हुए 3 युद्धों के दौरान भी सिंधु संधि को स्थगित नहीं किया गया था. मतलब की पानी पाकिस्तान जा ही रहा था. भारत के फैसले को पाकिस्तान ने एक्ट ऑफ वॉर कहा है. अब देखना हो कि आतंकी हमले के कारण दोनों देशों के रिश्तें में आई कटुता कब समाप्त होती है.

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