ब्रिटेन के मैनचेस्टर की रेखा पटेल ने अपने घर को सिर्फ दो पाउंड में बेच दिया है
ब्रिटेन में बसी भारतीय मूल की एक 43-वर्षीय अध्यापिका ने अपना घर सिर्फ दो पाउंड में इसलिए बेच डाला, ताकि उसे उसकी संपत्ति से बेदखल न किया जा सके. रेखा पटेल के इस घर का बाज़ार मूल्य लगभग ढाई लाख पाउंड है, लेकिन उन्होंने इसे सिर्फ दो पाउंड के टोकन मूल्य पर बेच डाला.
दरअसल, करीब छह साल पहले अपने घर में कुछ निर्माण कार्य कराने को लेकर रेखा पटेल का अपने पड़ोसियों के साथ विवाद हो गया था. रेखा ने वर्ष 2010 में ग्लोसोप के सिमंडली गांव में करीब दो लाख पाउंड खर्च कर दो बेडरूम का जीर्ण-शीर्ण कॉटेज खरीदकर उसे अपने सपनों का घर बनाया था.
फिर एक अदालती आदेश में निर्देश दिया गया कि कानूनी फीस और लागत निकालने के लिए 76,000 पाउंड की वसूली के उद्देश्य से घर को बेच दिया जाए.
रेखा पटेल ने बताया, "मैंने महसूस किया कि मेरे पास मकान मालिक होने की तुलना में किरायेदार के तौर पर ज्यादा अधिकार होंगे और इसलिए मैंने घर से अपने सभी कानूनी रिश्तों को पूरी तरह तोड़ने का फैसला किया, जिससे मैं अपने घर में शांति के साथ रह सकूं..." उन्होंने बताया कि 18वीं शताब्दी के शुरू में बने घर को उन्होंने हाल में दो निजी कंपनियों को बेचा और उनके साथ किराये के लिए 10 साल के करारनामे पर हस्ताक्षर किए हैं. जिससे मैं 50 पाउंड महीने के किराये पर यहां रह सकूं.
पड़ोसी से विवाद के बाद मामला कोर्ट में चला गया था, जिसने पटेल को आदेश दिया था कि वह पड़ोसी को हुए नुकसान और कानूनी खर्चे का भुगतान करें. उन्होंने इस रकम का कुछ हिस्सा अदा कर दिया, लेकिन बाकी रकम को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई थी.
(इनपुट भाषा से भी)
दरअसल, करीब छह साल पहले अपने घर में कुछ निर्माण कार्य कराने को लेकर रेखा पटेल का अपने पड़ोसियों के साथ विवाद हो गया था. रेखा ने वर्ष 2010 में ग्लोसोप के सिमंडली गांव में करीब दो लाख पाउंड खर्च कर दो बेडरूम का जीर्ण-शीर्ण कॉटेज खरीदकर उसे अपने सपनों का घर बनाया था.
फिर एक अदालती आदेश में निर्देश दिया गया कि कानूनी फीस और लागत निकालने के लिए 76,000 पाउंड की वसूली के उद्देश्य से घर को बेच दिया जाए.
रेखा पटेल ने बताया, "मैंने महसूस किया कि मेरे पास मकान मालिक होने की तुलना में किरायेदार के तौर पर ज्यादा अधिकार होंगे और इसलिए मैंने घर से अपने सभी कानूनी रिश्तों को पूरी तरह तोड़ने का फैसला किया, जिससे मैं अपने घर में शांति के साथ रह सकूं..." उन्होंने बताया कि 18वीं शताब्दी के शुरू में बने घर को उन्होंने हाल में दो निजी कंपनियों को बेचा और उनके साथ किराये के लिए 10 साल के करारनामे पर हस्ताक्षर किए हैं. जिससे मैं 50 पाउंड महीने के किराये पर यहां रह सकूं.
पड़ोसी से विवाद के बाद मामला कोर्ट में चला गया था, जिसने पटेल को आदेश दिया था कि वह पड़ोसी को हुए नुकसान और कानूनी खर्चे का भुगतान करें. उन्होंने इस रकम का कुछ हिस्सा अदा कर दिया, लेकिन बाकी रकम को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई थी.
(इनपुट भाषा से भी)
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