लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ममता बनर्जी शनिवार को विपक्ष को एक मंच पर लेकर आईं और मोदी सरकार के खिलाफ चुनावी शंखनाद किया. मगर विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सिर फुटौवल जारी है. इस बीच बसपा नेता उन्हें अगले प्रधानमंत्री के लिए प्रत्याशी के तौर पर प्राजेक्ट करने में जुट गए हैं. मायावती की पार्टी बसपा से भी पीएम पद की दावेदारी की आवाज उठी है और बसपा नेता सुधींद्र भदौरिया ने कहा है कि 'मेरा सपना है कि बहन मायावती प्रधानमंत्री बनें.' उनका कहना है कि दलित, मुस्लिम, महिलाएं और गरीब सभी मायावती को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. हालांकि, ममता की रैली में कई नेताओं ने इस बात पर जोर दिया था कि विपक्ष की ओर से पीएम पद पर फैसला चुनाव के बाद होगा, मगर सपा-बसपा गठबंधन करने के बाद बसपा नेता सुधींद्र भदौरिया ने यह बोलकर कांग्रेस के लिए एक और नई मुसीबत खड़ी कर दी है.
प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पर बसपा नेता सुधींद्र भदौरिया ने कहा कि दलित, पिछड़ा, मुस्लिम, महिला और गरीब चाहते हैं कि उनके बीच का विशेष तौर पर मायावती जी प्रधानमंत्री बनें. पार्टी कार्यकर्ता के नाते हमारी इच्छा और सपने हैं कि मायावती जी को इस समय में देश में नेतृत्व अपने हाथ में लेना चाहिए. हालांकि, अन्य पार्टियां स्वतंत्र हैं और हम सही समय पर इस पर फैसला लेंगे.' बता दें कि यूपी में सपा के साथ गठबंधन कर बसपा पहले ही कांग्रेस को झटका दे चुकी है.
S Bhadoria, BSP on PM candidate: Dalits, OBCs, Muslims, women&poor want a person from their rank, particularly Mayawati ji. As party worker,we dream&desire that Mayawati ji should take leadership at this juncture in country.However other parties are free&will decide at right time pic.twitter.com/4uc9xqEn5e
— ANI (@ANI) January 20, 2019
दरअसल, बसपा की ओर से मायावती को पीएम के रूप में प्रोजेक्ट किए जाने की खबेरं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए राहत भरी बात नहीं है. क्योंकि बीते साल कांग्रेस की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में फैसला लिया गया था कि लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस की ओर से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ही पीएम पद के उम्मीदवार होंगे. इस बैठक में यह भी तय किया गया कि चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी किस पार्टी या पार्टियों के साथ गठबंधन करेगी इसका फैसला भी कांग्रेस अध्यक्ष ही लेंगे और यूपीए की ओर की अगुवाई राहुल गांधी ही करेंगे. मगर, जिस तरह से ममता की रैली हुई, उसके बाद से अब इस बात पर संशय कायम हो गया है कि अन्य विपक्षी पार्टियां राहुल को पीएम पद के रूप में स्वीकार करेगी.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया ने कहा है कि जहां तक पीएम पद का सवाल है, इस पर फैसला चुनाव के बाद होगा, लोकतांत्रिक तरीके का पालन किया जाएगा, हर कोई पीएम पद के लिए योग्य है. उन्होंने यह भी कहा है कि बीजेपी विपक्षी दलों की एकता देख सकती है, इसलिए वह अब बयानबाजी कर रही है.
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