कोरोना और उसकी वजह से हुए लोकडाउन से देश की 45 हजार करोड़ सलाना कारोबार करने वाली शादी उद्योग बुरी तरह तबाह हो गयी. अप्रैल से जून तक मुख्य रूप से चलने वाले इस उद्योग में इस साल सिर्फ उत्तर प्रदेश में डेढ़ लाख शादियां नहीं हो पायी. कुछ विवाह को लोगों ने अपने सुविधा के अनुसार आगे बढ़ा दिया है. कुछ लोगों ने जिन्होंने शादी टाली नहीं है. उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शादी करना शुरु कर दिया है. हिंदू धर्म में शादी मूहूर्त के अनुसार ही होती है. इसबार शादी की मूहूर्त के दौरान लॉकडाउन रहने से ये काफी प्रभावित हुआ है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शादी का चलन अब उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है. उत्तर प्रदेश के बरेली में जूम ऐप के माध्यम से शादी करवायी गयी है. दुल्हा अपने घर पर,दुल्हन भी अपने घर पर और पंडित जी ने भी अपने ही घर से बैठ कर मंत्र पढ़ कर शादी करवा दी. जूम ऐप के माध्यम से ही दोनों ने शादी के फेरे भी ले लिए.
इधर वेडिंग इंडस्ट्री से जुड़े जमील शम्सी ने कहते हैं कि अभी जिन लोगों ने एडवांस दिया है वो अभी खुद कंफ्यूज हैं कि उन्हें क्या करना है. इस कारण वो हमसे कुछ भी नहीं कह रहे हैं. कुछ लोगों ने अपनी शादी को अप्रैल से नवम्बर के लिए टाल दिया है. 26 अप्रैल को होने वाली शादी अब 27 नवम्बर को होगी. जानकारों का कहना है कि भारत में वेडिंग इंडस्ट्री एक बड़ा कारोबार बन चुका है. 500 लोगों की पार्टी वाली शादी में 400 लोग अलग-अलग तरह के रोल में काम करते हैं और उन्हें रोजगार मिलता है.
वहीं सिमरन साहनी ग्लैमर ज़ोन के प्रमुख सिमरन साहनी कहती हैं कि मैकअप सिर्फ दुल्हा-दुल्हन का ही नहीं होता है, उनके साथ-साथ उनके घरवाले भी करवाते थे. दुल्हा-दुल्हन के दोस्त और रिश्तेदार भी करवाते थे. शादी से 10 दिन पहले से हमारा काम शुरू हो जाता था. इस बार हमारा काफी नुकसान हो गया है.
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