भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने ताजा बुलेटिन में बताया है कि दक्षिणी-पश्चिमी मानसून के लौटने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और यह कई राज्यों से अगले हफ्ते तक वापसी कर लेगी. IMD के मुताबिक, इस वक्त लौटते मानसून की रेखा बिहार के रक्सौल, झारखंड के डाल्टेनगंज, मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा, महाराष्ट्र के जलगांव से होकर गुजर रही है. मौसम विभाग के मुताबिक, झारखंड में अगले तीन दिनों में मानसून की वर्षा थमने की संभावना है.
रांची में मौसम विभाग के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि इस वर्ष राज्य में 18 जून को मानसून ने दस्तक दी थी और 12 अक्टूबर की मानसून वापसी की तय समय सीमा से सिर्फ दो दिनों बाद 14 अक्टूबर को इसकी वापसी प्रारंभ हो गयी है. उन्होंने बताया कि राज्य के उत्तर प्रदेश की सीमा से लगने वाले गढ़वा जिले, पलामू, हजारीबाग, चतरा, लातेहार एवं कोडरमा से मानसून की वापसी प्रारंभ हो गई है, जबकि अन्य इलाकों से इसकी वापसी अगले तीन दिनों में हो जाने की संभावना है.
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इस बीच, बंगाल की खाड़ी के ऊपर निचले क्षोभमंडल में एक नया चक्रवातीय दबाव का केंद्र बन रहा है. उधर अरब सागर में भी कर्नाटक और कोंकण तट के पास निचले क्षोभमंडल में एक नया चक्रवात का दबाव केंद्र बन रहा है. इन दोनों स्थितियों के कारण अगले हफ्ते देश के कई राज्यों में बारिश के आसार IMD ने जताए हैं. इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ की भी स्थिति बन रही है.
IMD के मुताबिक अगले हफ्ते झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बंगाल के गंगीय मैदान, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और अंडमान निकोबार द्वीप के अलावा कोंकण, कर्नाटक, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, कर्नाटक के कई जिलों और केरल, लक्षद्वीप में भारी बारिश के आसार हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, अगले हफ्ते के मध्य तक यानी 18 और 19 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भी बारिश के आसार हैं. माना जा रहा है कि इससे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान और गिरेगा और ठंड बढ़ेगी.
हालांकि, इस साइक्लोन को लेकर जब एनडीटीवी ने भारतीय मौसम विभाग के निदेशक डॉ. एम मोहापात्रा से बात की तो उन्होंने ऐसी किसी संभावना से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी में इस साइक्लोन के पहुंचने की कोई संभावना नहीं है. लिहाजा, हमने अभी तक इसे लेकर कोई भी एडवाइजरी जारी नहीं की है.
इधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार की सुबह आसमान साफ रहा. शहर का न्यूनतम तापमान औसत से एक डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस रहा. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, “मुख्य रूप से आसमान साफ रहेगा. वहीं, अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है.”
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर दिल्ली के पूसा रोड पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 181 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम' श्रेणी में आता है. आगे आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता खराब होने की आशंका है. दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी में AQI 216 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब है.
गौरतलब है कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई गंभीर माना जाता है.
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