
मुंबई में पानी के टैंकरों की हड़ताल के बीच मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने बड़ा फैसला किया है. मुंबई में टैंकर हड़ताल खत्म न होने पर बीएमसी ने आपदा प्रबंधन कानून के तहत बड़ा कदम उठाया है. बीएमसी अब शहर के कुएं, बोरवेल और निजी पानी टैंकरों को अपने कंट्रोल में लेकर पानी की सप्लाई खुद करेगी. बीएमसी कमिश्नर भूषण गगराणी के निर्देश पर ये फैसला लिया गया. मकसद है कि गर्मी के मौसम में लोगों को पानी की किल्लत न झेलनी पड़े.
अब कैसे मिलेगी पानी की सप्लाई?
- बीएमसी ने एक साफ-सुथरी प्रक्रिया (SOP) बनाई है.
- हर टैंकर में कितने लोग होंगे, कहां से आएगा पानी, और कैसे पहुंचेगा –ये सब तय किया गया है.
- टैंकर मांगने वाली सोसायटी को नजदीकी CFC सेंटर में आवेदन देना होगा और शुल्क भरना होगा.
- पानी सप्लाई के बाद टैंकर मालिक को रसीद दिखाकर भुगतान मिलेगा.
- पुलिस की मदद से होगा पूरा ऑपरेशन.
- हर टैंकर को पुलिस सुरक्षा दी जाएगी.
- मुंबई पुलिस, ट्रांसपोर्ट विभाग और बीएमसी मिलकर काम करेंगे.
- ज़रूरत पड़ने पर स्थानीय अफसर कुछ बदलाव भी कर सकते हैं.
हड़ताल क्यों हुई?
- केंद्रीय भूजल प्राधिकरण के नए नियमों से नाराज़ टैंकर चालक हड़ताल पर हैं.
- बीएमसी ने हाल फिलहाल के लिए इन नियमों से जुड़ी नोटिस 15 जून 2025 तक रोक दी है.
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री चंद्रकांत पाटील ने भी इसका हल निकालने और ऑनलाइन प्रक्रिया आसान करने के निर्देश दिए हैं.
पानी के लिए कितना खर्च होगा?
- बीएमसी की तय दरों के साथ 25% एडमिन शुल्क जोड़कर सोसायटी को पैसे देने होंगे.
- खर्च की पूरी जानकारी लेखा अधिकारी देंगे.
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