लखनऊ/नई दिल्ली:
लखनऊ जिले की दो विधानसभा सीटों मोहनलालगंज और सरोजनीनगर के चुनाव में इस्तेमाल हुई इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन रखे जाने के ‘स्ट्रांगरूम’ में पानी घुस जाने की आशंका के मद्देनजर चुनाव आयोग ने कहा कि उन्हें नुकसान पहुंचने की बेहद कम संभावना है और वह उम्मीदवारों और पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में मशीनों की जांच कराएगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए चौथे चरण में 19 फरवरी को हुए मतदान के बाद मोहनलालगंज और सरोजनीनगर सीटों की ईवीएम राजधानी के राजकीय पालीटेक्निक संस्थान स्थित स्ट्रांगरूम में रखे गए हैं, जिसके पास कल पानी फैला दिखने के बाद संबंधित उम्मीदवारों ने हंगामा करके स्ट्रांगरूम खुलवाकर मतदान मशीनों की जांच कराने की मांग की थी।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने विश्वास जताया कि स्ट्रांग रूम में ईवीएम को क्षति पहुंचने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पानी फैलने के कारण ईवीएम को नुकसान पहुंचने की बेहद कम संभावना है।’ उन्होंने कहा कि स्ट्रांगरूम को उम्मीदवारों और विधानसभा क्षेत्रों के पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में खोला जाएगा। उन्होंने कहा, ‘संबद्ध उम्मीदवारों को पहले ही नोटिस भेजा जा चुका है।’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए चौथे चरण में 19 फरवरी को हुए मतदान के बाद मोहनलालगंज और सरोजनीनगर सीटों की ईवीएम राजधानी के राजकीय पालीटेक्निक संस्थान स्थित स्ट्रांगरूम में रखे गए हैं, जिसके पास कल पानी फैला दिखने के बाद संबंधित उम्मीदवारों ने हंगामा करके स्ट्रांगरूम खुलवाकर मतदान मशीनों की जांच कराने की मांग की थी।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने विश्वास जताया कि स्ट्रांग रूम में ईवीएम को क्षति पहुंचने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘पानी फैलने के कारण ईवीएम को नुकसान पहुंचने की बेहद कम संभावना है।’ उन्होंने कहा कि स्ट्रांगरूम को उम्मीदवारों और विधानसभा क्षेत्रों के पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में खोला जाएगा। उन्होंने कहा, ‘संबद्ध उम्मीदवारों को पहले ही नोटिस भेजा जा चुका है।’
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं