पत्रकार अक्षय सिंह की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
कांग्रेस पार्टी ने रविवार को मांग की कि मध्य प्रदेश के व्यापमं घोटाले की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) से कराई जानी चाहिए। पार्टी ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष और अच्छी तरह से जांच करने की आवश्यकता है। अभी तक इस मामले से जुड़े 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई द्वारा इस मामले की जांच कराने की आवश्यकता है। भले ही विशेष जांच दल (एसआईटी) इस मामले की पहले से जांच कर रहा है, लेकिन इसमें (सीबीआई से जांच कराने में) कोई परेशानी नहीं है।"
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस की एसआईटी इस मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही है, और इसीलिए इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए।
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने भी रविवार को मांग की थी कि घोटाले को कवर करने गए टीवी पत्रकार की मध्य प्रदेश में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में इस मामले की जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस मामले की जांच एक निष्पक्ष जांच एजेंसी द्वारा कराए जाने की मांग पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोगों को गुमराह कर रहे हैं और पुरानी बातें दोहरा रहे हैं।
मध्य प्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) में चलने वाले प्रवेश भर्ती रैकेट में राजनेता, अधिकारी और व्यापारी शामिल हैं।
2013 से अभी तक इस मामले में 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
सुरजेवाला ने कहा, "हम चाहते हैं कि सच सामने आए। इंसाफ होना चाहिए। हम सभी को एकजुट हो जाना चाहिए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।"
कांग्रेस नेता ने एक समाचार चैनल के पत्रकार अक्षय सिंह और मध्य प्रदेश के एक चिकित्सा महाविद्यालय के डीन अरुण शर्मा की मौत पर शोक व्यक्त किया।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में सीबीआई द्वारा इस मामले की जांच कराने की आवश्यकता है। भले ही विशेष जांच दल (एसआईटी) इस मामले की पहले से जांच कर रहा है, लेकिन इसमें (सीबीआई से जांच कराने में) कोई परेशानी नहीं है।"
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस की एसआईटी इस मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही है, और इसीलिए इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए।
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने भी रविवार को मांग की थी कि घोटाले को कवर करने गए टीवी पत्रकार की मध्य प्रदेश में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में इस मामले की जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इस मामले की जांच एक निष्पक्ष जांच एजेंसी द्वारा कराए जाने की मांग पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोगों को गुमराह कर रहे हैं और पुरानी बातें दोहरा रहे हैं।
मध्य प्रदेश व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) में चलने वाले प्रवेश भर्ती रैकेट में राजनेता, अधिकारी और व्यापारी शामिल हैं।
2013 से अभी तक इस मामले में 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
सुरजेवाला ने कहा, "हम चाहते हैं कि सच सामने आए। इंसाफ होना चाहिए। हम सभी को एकजुट हो जाना चाहिए ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके।"
कांग्रेस नेता ने एक समाचार चैनल के पत्रकार अक्षय सिंह और मध्य प्रदेश के एक चिकित्सा महाविद्यालय के डीन अरुण शर्मा की मौत पर शोक व्यक्त किया।
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