- सरकार ने मनरेगा की जगह VB जी राम जी योजना को मंजूरी देकर व्यापक जनजागरूकता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है
- कांग्रेस और TMC जी राम जी बिल के खिलाफ सक्रिय रूप से विरोध प्रदर्शन और जनआंदोलन की तैयारी कर रहे हैं
- केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संसद में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए योजना के फायदे गिनाए हैं
शीतकालीन सत्र में मनरेगा की जगह विकसित भारत 'जी राम जी' योजना को मंज़ूरी मिलने के बाद अब सरकार विपक्ष के आरोपों की काट करने में जुट गई है. सूत्रों के अनुसार अब सरकार की तरफ से पूरे देश में व्यापक अभियान चलाया जाएगा जिसमें नई योजना के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी जाएगी.सरकार का इरादा विपक्ष के आरोपों का जवाब देना भी है. इस बिल को खिलाफ कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस काफ़ी मुखर और आक्रामक हैं.
27 दिसंबर को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई है जिसमें आगे के जनआंदोलन को अंतिम रूप दिया जाएगा. देर रात राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने चेतावनी दी थी कि लोग सड़कों पर उतरेंगे और जिस तरह सरकार ने तीन कृषि क़ानूनों को वापस लिया, वैसे जी राम जी बिल को भी वापस लेना होगा.
उधर, सरकार का कहना के विपक्षी आरोपों का संसद से लेकर सड़क तक जवाब दिया जाएगा. संसद के दोनों सदनों में ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष के हर आरोप का मजबूती से जवाब दिया. अब लोगों के बीच यह बताया जाएगा कि कैसे मोदी सरकार ने रोजगार के दिन सौ से बढ़ा कर सवा सौ कर दिए.
मजदूरी भी बढ़ाई जा रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचे में मजबूती लाई जाएगी.सूत्रों के अनुसार नए क़ानून के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक स्तर पर अभियान चलेगा. इसमें सोशल मीडिया का सहारा भी लिया जाएगा प्रदेशों की राजधानियों में प्रेस कॉन्फ्रेंस होंगी और जनसभाओं में भी इसे प्रमुखता से उठाया जाएगा.
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