नई दिल्ली:
ब्रिटेन के वित्त मंत्री फिलिप हैमंड ने मंगलवार को संकट में फंसे भारतीय उद्योगपति विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह मामला न्यायालय में लंबित है. ब्रिटेन के वित्त मंत्री यहां नौवीं ब्रिटेन-भारत आर्थिक एवं वित्तीय वार्ता में शामिल होने आए हैं. उन्होंने कहा कि भारत का माल्या के प्रत्यर्पण का मामला अदालत में है. इसलिए वह इस पर टिप्पणी नहीं करेंगे.
उनसे माल्या तथा आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के प्रत्यर्पण के बारे में पूछा गया था. हैमंड ने कहा कि जहां तक मुझे पता है एक मामले में प्रत्यर्पण का आग्रह किया गया है. यह मामला अदालत में है. वह इस पर चर्चा नहीं कर पाएंगे. मंत्रियों को इस पर चर्चा नहीं करनी चाहिए. यह मामला अदालत में है. वार्ता के बाद हैमंड वित्त मंत्री अरण जेटली के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
पिछले महीने ब्रिटेन की सरकार ने भारत के प्रत्यर्पण के आग्रह को जिला जज को भेज दिया था. यह माल्या को भारत लाने और उन पर मुकदमा चलाने की दृष्टि से पहला कदम है. माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों को 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है. माल्या पिछले साल दो मार्च को ब्रिटेन चले गए थे. जबकि इसके कुछ दिन बाद ही उच्चतम न्यायालय ने माल्या को अपने पासपोर्ट के साथ व्यक्तिगत रूप से 30 मार्च, 2016 को पेश होने को कहा था. भारत ने इस साल आठ फरवरी को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उनसे माल्या तथा आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के प्रत्यर्पण के बारे में पूछा गया था. हैमंड ने कहा कि जहां तक मुझे पता है एक मामले में प्रत्यर्पण का आग्रह किया गया है. यह मामला अदालत में है. वह इस पर चर्चा नहीं कर पाएंगे. मंत्रियों को इस पर चर्चा नहीं करनी चाहिए. यह मामला अदालत में है. वार्ता के बाद हैमंड वित्त मंत्री अरण जेटली के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
पिछले महीने ब्रिटेन की सरकार ने भारत के प्रत्यर्पण के आग्रह को जिला जज को भेज दिया था. यह माल्या को भारत लाने और उन पर मुकदमा चलाने की दृष्टि से पहला कदम है. माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों को 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है. माल्या पिछले साल दो मार्च को ब्रिटेन चले गए थे. जबकि इसके कुछ दिन बाद ही उच्चतम न्यायालय ने माल्या को अपने पासपोर्ट के साथ व्यक्तिगत रूप से 30 मार्च, 2016 को पेश होने को कहा था. भारत ने इस साल आठ फरवरी को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था.
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