
इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाने आए चिन्नास्वामी स्टेडियम के गेट पर बुधवार को भगदड़ मचने से 11 लोगों की मौत हो गई और 47 लोग घायल हो गए. हालांकि, कभी-कभी आंकड़े व्यक्तिगत त्रासदियों पर भारी पड़ जाते हैं, और एक पिता का अपने बेटे की कब्र से लिपटकर रोते हुए वीडियो ने सबके जख्म हरे कर दिए हैं.
वीडियो में बीटी लक्ष्मण भगदड़ में मारे गए 21 वर्षीय भौमिक लक्ष्मण के पिता हसन जिले के अपने पैतृक गांव में अपने बेटे की कब्र पर विलाप करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
इंजीनियरिंग का था छात्र
लक्ष्मण कहते हैं, "मेरे बेटे के साथ जो हुआ, वह किसी और के साथ नहीं होना चाहिए." वह जमीन पर लेटकर कब्र से सिर सटाते हुए कहते हैं, "मैंने उसके लिए जो जमीन खरीदी थी, वहीं उसका स्मारक बनाया गया है." वहां से जाने से इनकार करते हुए कहा, "मैं अब कहीं और नहीं जाना चाहता. मैं भी यहीं रहना चाहता हूं." जब दो अन्य व्यक्ति उनके पास आते हैं और उन्हें खड़े होने में मदद करते हैं, वे विलाप करते हुए कहते हैं, "किसी भी पिता को वह सब नहीं सहना चाहिए, जो मैं सह रहा हूं."
इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र, भौमिक उन हजारों लोगों में शामिल थे, जो बुधवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जश्न मनाने और उन खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए एकत्र हुए थे, जिन्होंने 18 साल के इंतजार के बाद आरसीबी को आईपीएल का खिताब दिलाया था. वह उन 11 लोगों में शामिल थे, जिनमें एक 14 वर्षीय लड़की भी शामिल थी, जो इसके बाद मची भगदड़ में मर गई थी.
हादसे के बाद की थी अपील
लक्ष्मण ने त्रासदी के बाद पत्रकारों से बात की थी और सरकार से अपील की थी कि उनके बेटे का शव पोस्टमार्टम के दौरान "काटे" बिना उन्हें दे दिया जाए. उन्होंने आंसू बहाते हुए कहा था, "मेरा एक ही बेटा था, और अब मैं उसे खो चुका हूं. कृपया मुझे उसका शव दे दो, पोस्टमार्टम मत करो और उसके शरीर को टुकड़ों में मत काटो. मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री हमसे (त्रासदी के पीड़ितों से) मिल सकते हैं, लेकिन वे उसे वापस नहीं ला सकते."
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