केरल के प्रवासी मामलों के मंत्री के.सी. जोसेफ ने सोमवार को कहा कि संकटग्रस्त यमन से केरल की बहुत कम नर्सें स्वदेश लौटना चाहती हैं। जोसेफ ने कहा, "यमन के माबर इलाके में केरल की 45 नर्सें कार्यरत हैं। उनमें से एक ने मुझे टेलीफोन किया था। उसने बताया कि वहां से केवल 10 नर्सें ही लौटना चाहती हैं।"
मुख्यमंत्री ओमन चांडी के नेतृत्व में यमन से लौट चुके भारतीयों के प्रतिनिधियों की एक बैठक के बाद जोसेफ ने यह बात कही। उन्होंने कहा, "यमन में मौजूद सभी केरलवासियों से हमारा निवेदन है कि उन्हें बाहर निकालने के लिए किए गए उपायों का वे इस्तेमाल करें और स्वदेश लौटें। बाद में हालात बिगड़ सकते हैं और तब मुश्किलें पेश आएंगी।"
उन्हें निकालने के लिए बीते सप्ताह शुरू हुए अभियान से लेकर अब तक यमन में कार्यरत 3000 नर्सों में से 823 नर्सों को वापस स्वेदश लाया जा चुका है। जोसेफ ने कहा कि यमन की स्थिति को लेकर रविवार रात उन्होंने यमन स्थित भारतीय राजदूत से बातचीत की है। उन्होंने कहा, "हर दिन सना से चार विमानों के जरिए भारतीयों को जिबूती लाया जा रहा है, जिसके बाद उन्हें मुंबई तथा कोच्चि लाया जा रहा है।"
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