प्रतीकात्मक तस्वीर...
देहरादून:
उत्तराखंड पुलिस का एक और चेहरा सामने आया है। यहां पुलिसकर्मियों का ईमान महज प्याज़ के एक बोरी पर डगमगा गया। एक सिपाही और होम गार्ड सब्जी व्यापारी के यहां से प्याज़ का एक बोरा और 1500 रुपये लेकर रफू-चक्कर हो गए। घटना उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के नानकमत्ता की है।
दरअसल, नानकमत्ता के देहला मार्ग पर पूरण नामक एक व्यक्ति सब्जी बेचने का काम करता है। बीते 27 फ़रवरी की रात को उसकी दुकान में रखा प्याज का एक बोरा और 1500 रुपये गायब हो गए। पूरन ने सोमवार को जब इसकी जानकारी पुलिस को दी तो पुलिस ने उसे ही थाने में बैठा लिया। जब सब्जी व्यवसाई के पड़ोसी ने अपनी दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगाला तो पता चला की प्रेमपाल सिंह नामक एक पुलिस कॉन्स्टेबल और प्रदीप सिंह राणा नामक होमगार्ड अपनी मोटर साइकिल से प्याज की बोरी ले जाते दिखे। ये सूचना नानकमत्ता में आग की तरह फ़ैल गई, जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने वहां प्रदर्शन भी किया।
विधायक प्रेम सिंह राणा का कहना है कि जब शिकायतकर्ता दुकानदार अपनी शिकायत को लेकर थाने पहुंचा तो उल्टा पुलिसकर्मियों ने पीड़ित दुकानदार को ही थाने में बैठा लिया और थाने में मौजूद जयपाल चौहान नाम के दरोगा ने पीड़ित दुकानदार के साथ मारपीट भी की, जिसकी सूचना पर स्थानीय लोग समेत विधायक थाने पहुंचे और लोगों ने पुलिस के खिलाफ 'प्याज चोर मित्र पुलिस' के नारे भी लगाए।
इस मामले में उधम सिंह नगर के अपर पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट का कहना है कि जानकारी मिलते ही उधम सिंह नगर के एसएसपी केवल खुराना के आदेशों पर एएसपी ने दोनों कर्मियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा लिखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा होमगार्ड के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने के लिए कमांडर को रिपोर्ट भेज दी गई है। एसएसपी ने दरोगा जयपाल सिंह चौहान को भी लाइन हाज़िर कर दिया है और आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ़्तारी की कार्रवाई की जा रही है।
लेकिन पुलिस के ऊपर ये सवाल ज़रूर उठता है कि जिनके ऊपर सुरक्षा की जिम्मेदारी है अगर वो ही चोर बन जाए तो कानून नाम की चीज़ राम भरोसे ही रह जाएगी।
दरअसल, नानकमत्ता के देहला मार्ग पर पूरण नामक एक व्यक्ति सब्जी बेचने का काम करता है। बीते 27 फ़रवरी की रात को उसकी दुकान में रखा प्याज का एक बोरा और 1500 रुपये गायब हो गए। पूरन ने सोमवार को जब इसकी जानकारी पुलिस को दी तो पुलिस ने उसे ही थाने में बैठा लिया। जब सब्जी व्यवसाई के पड़ोसी ने अपनी दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगाला तो पता चला की प्रेमपाल सिंह नामक एक पुलिस कॉन्स्टेबल और प्रदीप सिंह राणा नामक होमगार्ड अपनी मोटर साइकिल से प्याज की बोरी ले जाते दिखे। ये सूचना नानकमत्ता में आग की तरह फ़ैल गई, जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने वहां प्रदर्शन भी किया।
विधायक प्रेम सिंह राणा का कहना है कि जब शिकायतकर्ता दुकानदार अपनी शिकायत को लेकर थाने पहुंचा तो उल्टा पुलिसकर्मियों ने पीड़ित दुकानदार को ही थाने में बैठा लिया और थाने में मौजूद जयपाल चौहान नाम के दरोगा ने पीड़ित दुकानदार के साथ मारपीट भी की, जिसकी सूचना पर स्थानीय लोग समेत विधायक थाने पहुंचे और लोगों ने पुलिस के खिलाफ 'प्याज चोर मित्र पुलिस' के नारे भी लगाए।
इस मामले में उधम सिंह नगर के अपर पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट का कहना है कि जानकारी मिलते ही उधम सिंह नगर के एसएसपी केवल खुराना के आदेशों पर एएसपी ने दोनों कर्मियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा लिखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा होमगार्ड के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने के लिए कमांडर को रिपोर्ट भेज दी गई है। एसएसपी ने दरोगा जयपाल सिंह चौहान को भी लाइन हाज़िर कर दिया है और आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ़्तारी की कार्रवाई की जा रही है।
लेकिन पुलिस के ऊपर ये सवाल ज़रूर उठता है कि जिनके ऊपर सुरक्षा की जिम्मेदारी है अगर वो ही चोर बन जाए तो कानून नाम की चीज़ राम भरोसे ही रह जाएगी।
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