
उत्तराखंड में बीते 25 सालों में अपराध बढ़ते जा रहे हैं. वैसे यह माना जाता था कि देवभूमि में अपराध न के बराबर है. लेकिन आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही है. राज्य में 2023, 2024 की तुलना में साल 2025 अप्रैल महीने में अपराध की संख्या इन दो बीते सालों से बेहद ही ज्यादा, जिसमें महिला अपराध से संबंधित अपराध के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं.
साल 2023 में आई एनसीआरबी यानी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य हिमालय राज्यों में महिला व बच्चों के साथ होने वाले अपराध के मामले में नंबर वन राज्य रहा है. लेकिन बीते कुछ सालों में राज्य में अपराध बढ़ता जा रहा है. राज्य में वर्ष 2023 , वर्ष 2024 की तुलना साल 2025 के अप्रैल माह तक रिकॉर्ड देखे तो साल 2025 में अप्रैल महीने तक अपराध के 4980 मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें डकैती, लूट ,वाहन लूट, चेन स्नेचिंग ,गृह भेदन, वाहन चोरी, चोरी हत्या ,फिरती हेतु अपहरण, हत्या हेतु अपहरण ,महिला व्यपहरण, अन्य अपहरण, दहेज हत्या, बलात्कार और अन्य बीएस की धाराएं के मामले है.
महिला अपराध से जुड़े मामले बढ़ते जा रहे हैं
अब आंकड़ों को देख तो साल 2023 में पूरे वर्ष 5098 मामले दर्ज किए गए थे. साल 2024 में 5161 मामले दर्ज किए गए थे तो वहीं, साल 2025 में अप्रैल महीने तक 4980 मामले दर्ज किया जा चुके हैं. इन सभी मामलों में महिला अपराध से जुड़े मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिसमें साल 2023 में 252 बलात्कार की घटनाओं के मामले दर्ज किए गए. वहीं, महिला व्यपहरण यानी महिला अपहरण के मामले 158 दर्ज किए गए. अन्य अपहरण के मामले 50 दर्ज किए गए हत्या के मामले 60 दर्ज किए गए हत्या के मामले 60 दर्ज किए गए तो इसी तरह वाहन चोरी के मामले 372 दर्ज किए गए.
अपहरण के मामले 48 दर्ज किए गए
साल 2024 में 5161 मामले साल भर में दर्ज किए गए जिसमें साल 2024 में बलात्कार के मामले 271 दर्ज किए महिला बलात्कार के मामले 2023 से 2024 में ज्यादा थे. महिला व्यपहरण यानी महिला अपहरण के मामले 175 दर्ज किए गए जो कि साल 2023 से ज्यादा थे अन्य अपहरण के मामले 48 दर्ज किए गए इसके अलावा साल 2024 में 66 हत्या के मामले दर्ज किए गए. चोरी के मामलों में 426 मामले दर्ज किए गए. वाहन चोरी के मामलों में 497 मामले दर्ज किए गए और यह भी 2023 से ज्यादा थे.
हालांकि, 2025 की अभी शुरुआत है और उत्तराखंड राज्य में 2025 अप्रैल महीने तक 4980 मामले दर्ज किए गए. पिछले दोनों सालों की तुलना में देखे तो 2025 में 334 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए, जो दोनों सालों की तुलना में बेहद अधिक है. इसके अलावा महिला व्यपहरण यानी महिला अपहरण भी पिछले दोनों सालों की तुलना में अधिक है. 2025 में अप्रैल महीने तक 196 मामले दर्ज किया जा चुके है. वाहन चोरी के मामले में 377 मामले दर्ज किए गए. चोरी के मामलों में 343 मामले दर्ज किए गए. इसी तरह से हत्या के मामले अब तक 2025 अप्रैल तक 59 मामले दर्ज किए गए.
वहीं, उत्तराखंड पुलिस के एडीजी लॉ एंड आर्डर वी मुरुगेशन ने बताया कि अपराध के पीछे बढ़ाने का कारण कई हो सकते हैं. लेकिन जिस तरीके से मुकदमे दर्ज किया जा रहे हैं या नहीं लोग जागरुक हो गए हैं और पुलिस भी मुकदमे दर्ज कर रही है.
एडीजी लॉ आर्डर ने क्या कहा?
एडीजी लॉ आर्डर वी मुरुगेशन कहते हैं कि उत्तराखंड में तेजी से विकास हुआ है और जहां विकास होता है वहां पैसा भी आता है और क्राइम भी पैसे के साथ आता है. लेकिन उत्तराखंड पुलिस इस मामले में संवेदनशील है जो भी कोई 112 पर कॉल करता है तो तुरंत पीड़ित की बात सुनकर कार्रवाई की जाती है. इसके अलावा गौरा देवी एप्प भी इस मामले में महत्वपूर्ण और लाभदायक सिद्ध हुआ है, जिससे महिला संबंधी अपराध के न सिर्फ मामले दर्ज होते हैं, बल्कि उनका निवारण भी किया जाता है.
इसके अलावा महिला संबंधी अपराध के मामले में सभी पुलिस अधिकारियों खासकर महिला पुलिस अधिकारियों को विशेष ट्रेनिंग दी गई है. साइंटिफिक एविडेंस इकट्ठे करने की ट्रेनिंग दी गई है. ताकि कोई भी सबूत न छूटे और अपराधी बचकर न जाए.
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