
- नमाज़ के बाद लोग शांतिपूर्ण घर लौट रहे थे, लेकिन नदीम ने व्हाट्सएप कॉल से भीड़ जुटाई.
- बरेली हिंसा एक सुनियोजित साजिश के तहत हुई, जिसमें तौकीर रजा समेत आठ लोग गिरफ्तार हुए.
- घटनास्थल से तमंचा, गोली के खोखे और पेट्रोल बम बरामद हुए, और पचास से अधिक लोग हिरासत में हैं.
मौलाना तौकीर रजा के करीबी और इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल के पूर्व ज़िलाध्यक्ष नदीम खान फ़रार हैं. पुलिस के मुताबिक नमाज़ पढ़ने के बाद जब लोग शांतिपूर्ण तरीक़े से घर लौटने लगे तब उन्होंने 50 से ज़्यादा व्हाट्स अप कॉल करके लोगों को बुलाया और फिर बवाल हुआ. मौलाना तौकीर रजा के राइट हैंड नदीम कहां हैं और पुलिस क्यों उनको खोज रही है. मौलाना तौकीर रजा ने जब अपनी पार्टी बनाई तो नदीम भी संस्थापक सदस्यों में से एक था. नदीम खान के मकान पर इस समय सन्नाटा है.
50 लोग हिरासत में
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि नदीम फ़िलहाल फ़रार हैं. ज़्यादातर लोग नमाज़ पढ़कर शांतिपूर्ण तरीक़े से वापस चले गए थे, लेकिन फिर सुनियोजित तरीक़े से बुलाया गया और चार जगहों पर लोगों को भड़काया गया. एक सुनियोजित साज़िश के तहत बरेली हिंसा करवाई गई. अब तक तौकीर रजा समेत 8 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. घटनास्थल पर तमंचा, गोली के खोखे और पेट्रोल बम मिले. अब भी 50 से ज्यादा लोग पुलिस हिरासत में हैं.
वादे से पलटने का आरोप
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि तौकीर रजा और नदीम दोनों ही पिछले सात दिनों से पुलिस-प्रशासन के संपर्क में थे. कई धाराओं के चलते उनको विरोध-प्रदर्शन करने से मना किया गया था. लेकिन बार-बार वह अपने वादे से पलट जाते थे. पहले दोनों जुमे की नमाज पढ़कर शांतिपूर्ण तरीके से वापस चले गए. इसके बाद मौलाना रजा के राइट हैंड माने जाने वाले नदीम ने व्हॉट्सऐप के जरिए लोगों की भीड़ वहां पर इकट्ठी की. चार जगहों पर हिंसा भड़काने में उसका ही रोल है.
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