उत्तर प्रदेश में 36 सालों का रिकॉर्ड तोड़कर लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ ही दोबारा मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे, ये लगभग तय है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी के पास अब यह अहम सवाल है कि अब उनका सेकेंड हैंड यानी नंबर दो, उपमुख्यमंत्री कौन होगा, क्योंकि पहले कार्यकाल में उनके डिप्टी रहे केशव प्रसाद मौर्या अपनी सीट सिराथू से हार गए हैं. यूपी में बीजेपी की बड़ी जीत के बीच डिप्टी सीएम का हार जाना जरूर बड़ा झटका रहा. सिराथू से केशव प्रसाद मौर्य लगभग 7,000 वोटों से हारे, उन्हें समाजवादी पार्टी की गठबंधन की सहयोगी अपना दल (कमेरावादी) पल्लवी पटेल ने हराया है.
दिलचस्प है कि केशव प्रसाद मौर्य के लिए चुनावी कैंपेन में पीएम मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा के साथ-साथ खुद पल्लवी पटेल की बहन अनुप्रिया पटेल ने प्रचार किया था. अनुप्रिया पटेल बीजेपी की गठबंधन सहयोगी अपना दल की नेता हैं. कल मतगणना के दौरान शुरुआती रुझानों में मौर्य आगे चल रहे थे, उस दौरान उन्होंने ट्वीट करके लिखा था, 'जनता जीत रही है, गुंडागर्दी हार रही है.'
बता दें कि यूपी के चुनावी नतीजों में केशव मौर्य के अलावा, 10 और ऐसे योगी के मंत्री रहे, जो अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. वहीं, दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने इस बार चुनाव ही नहीं लड़ा.
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हालांकि, सूत्रों का कहना है कि केशव मौर्या को फिर भी विधान परिषद का सदस्य बनाया जा सकता है, और वह मंत्री या उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं, जहां उन्हें छह माह के भीतर विधानसभा या विधान परिषद की सदस्यता हासिल करनी होगी, लेकिन अभी पार्टी ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि वो डिप्टी सीएम बने रहेंगे या नहीं, या फिर कोई दूसरा नेता इसकी जगह लेगा.
खुद योगी आदित्यनाथ विधानसभा परिषद में पार्षद थे, इन चुनावों में पहली बार उन्होंने गोरखपुर शहरी क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत गए.
बता दें कि इन चुनावों में बीजेपी पिछले तीन दशकों में पहली बार लगातार दूसरी बार सत्ता में आने वाली पार्टी बन गई है. इसे 403 विधानसभा सीटों में से 255 पर जीत मिली है. वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी बनकर उभरी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने 135 सीटों पर जीत हासिल की है.
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