उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या 410 हो गई है. जिसमें से 31 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं और अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 49 नए संक्रमित सामने आए थे. प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने गुरुवार को बताया, 'कुल 410 मामलों में 221 तबलीगी जमात से जुड़े हैं. 31 लोगों का उपचार किया जा चुका है. अब तक प्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से चार लोगों की मौत हुई है. ये मौतें मेरठ, बस्ती, वाराणसी और आगरा जिलों में हुई है.' उन्होंने बताया, 'महामारी रोग अधिनियम के तहत राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य है.' प्रसाद ने सभी लोगों से अपील की कि अपने चेहरे को ढक कर रखें क्योंकि संक्रमण को फैलने से रोकने में यह बहुत ही प्रभावशाली तरीका है.
जिलों में कितनी है मरीजों की संख्या
नोएडा में 50, मेरठ में 24, आगरा में 21, सहारनपुर में 12, गाजियाबाद में 10, लखनऊ में 10, कानपुर नगर में 7, बरेली में 6, शामली में 6, बस्ती में 5, वाराणसी में 4, फिरोजबाद में 4, जौनपुर में 3, गाजीपुर, 3, बुलंदशहर में 3, आजमगढ़ में 3, प्रतापगढ़ में 3, बागपत में 2, पीलीभीत में 2, शाहजहांपुर में 1, हापुड़ में 1, मुरादाबाद 1, खीरी 1, हरदोई में एक के मिला है. इसके अलावा 228 मरीजों के जानकारी आना बाकी है.
प्रयागराज में फंसे लोग
दिवंगत व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए अस्थि विसर्जन और पिंडदान जैसे मृत्यु संस्कारों के लिए यहां आए लोग देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण प्रयागराज में फंस गए हैं. झारखंड से अस्थि विसर्जन करने यहां आए एक परिवार के लोग बंद के कारण यहीं फंस गए जिसके कारण उनके परिवार के अन्य लोगों ने उनके घर में तेरहवीं के भोज का आयोजन किया. इसी तरह, असम के रांगिया से पिंडदान करने प्रयागराज आया 27 लोगों का समूह भी बंद के कारण यहां फंस गया है.
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