रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बुधवार (30 दिसंबर) को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत-चीन (India-China) के बीच जारी गतिरोध (Stand off) को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य स्तर की बातचीत से कोई "सार्थक समाधान" नहीं निकल सका है और "यथास्थिति" बरकरार है. समाचार एजेंसी ANI की संपादक स्मिता प्रकाश को दिए खास इंटरव्यू में रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर यथास्थिति बरकरार रही तो सैनिकों की तैनाती में कोई कटौती नहीं हो सकती है.
राजनाथ सिंह ने भारत-चीन सीमा मामलों पर इस महीने की शुरुआत में वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोऑर्डिनेशन (WMCC) की बैठक का उल्लेख किया और कहा कि सैन्य वार्ता का अगला दौर कभी भी हो सकता है.
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सिंह ने कहा, "यह सच है कि भारत और चीन के बीच गतिरोध को कम करने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत हो रही थी लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. सैन्य स्तर पर अगले दौर की वार्ता भी होगी और यह किसी भी समय हो सकती है लेकिन अब तक इस बातचीत से कोई सार्थक परिणाम नहीं आ सका है और यथास्थिति बनी हुई है."
उन्होंने कहा, "अगर वहां यथास्थिति है, तो यह स्वाभाविक है कि वहां से हम सैनिकों की तैनाती कैसे कम कर सकते हैं? हमारी तैनाती में कोई कमी नहीं होगी और मुझे लगता है कि उनकी तैनाती में भी कमी नहीं आएगी. मुझे नहीं लगता कि यथास्थिति एक सकारात्मक विकास है. सभी मुद्दों पर बातचीत चल रही है और मुझे उम्मीद है कि उससे सकारात्मक परिणाम निकल सकते हैं."
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उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच हॉटलाइन मैसेजों का भी आदान-प्रदान हुआ है लेकिन मुद्दों की बात पूछे जाने पर सवाल किया कि और किन मुद्दों पर दोनों देशों के बीच बातचीत होगी और संदेशों का आदान-प्रदान होगा?
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