प्रतीकात्मक तस्वीर
उज्जैन:
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ के दौरान साधुओं के वेश में आए 134 संदिग्ध सुरक्षाबलों की नजर से बच नहीं पाए। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है और इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
तीसरा शाही स्नान बड़ी चुनौती...
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) वी. मधुकुमार ने बताया कि आगामी 21 मई को होने वाला तीसरा शाही स्नान उनके लिए बड़ी चुनौती है क्योंकि इसमें आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक हो सकती है।
उन्होंने बताया कि पहले दो शाही स्नान में आए श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो और सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहे, इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए। आगामी शाही स्नान में भी इसी तरह के इंतजाम रहेंगे।
संदिग्धों पर कार्रवाई की जा रही है...
एक सवाल के जवाब में मधुकुमार ने बताया कि 22 अप्रैल से शुरू हुए सिंहस्थ कुंभ में ऐसे 134 संदिग्ध पकड़े गए हैं, जो साधुओं के वेश में यहां पहुंचे थे। पकड़े गए संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
ज्ञात हो कि सिंहस्थ कुंभ क्षेत्र में कई स्थानों पर चोरी की वारदातें हुई हैं। अखाड़ों के संत महात्मा भी इससे बच नहीं पाए हैं। सिंहस्थ कुंभ शुरू होने से पहले पुलिस के पास इस तरह की गोपनीय सूचनाएं थीं कि साधुओं के वेश में अपराधी भी आ सकते हैं। इसी के चलते साधुओं के वेश में आने वालों पर भी सुरक्षाबलों की पैनी नजर है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
तीसरा शाही स्नान बड़ी चुनौती...
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) वी. मधुकुमार ने बताया कि आगामी 21 मई को होने वाला तीसरा शाही स्नान उनके लिए बड़ी चुनौती है क्योंकि इसमें आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक हो सकती है।
उन्होंने बताया कि पहले दो शाही स्नान में आए श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो और सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रहे, इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए। आगामी शाही स्नान में भी इसी तरह के इंतजाम रहेंगे।
संदिग्धों पर कार्रवाई की जा रही है...
एक सवाल के जवाब में मधुकुमार ने बताया कि 22 अप्रैल से शुरू हुए सिंहस्थ कुंभ में ऐसे 134 संदिग्ध पकड़े गए हैं, जो साधुओं के वेश में यहां पहुंचे थे। पकड़े गए संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
ज्ञात हो कि सिंहस्थ कुंभ क्षेत्र में कई स्थानों पर चोरी की वारदातें हुई हैं। अखाड़ों के संत महात्मा भी इससे बच नहीं पाए हैं। सिंहस्थ कुंभ शुरू होने से पहले पुलिस के पास इस तरह की गोपनीय सूचनाएं थीं कि साधुओं के वेश में अपराधी भी आ सकते हैं। इसी के चलते साधुओं के वेश में आने वालों पर भी सुरक्षाबलों की पैनी नजर है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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