केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एक बार फिर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को घेरा है. अमित शाह ने शुक्रवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध से संबंधित मुद्दों पर वोट बैंक की राजनीति के कारण "जवाब नहीं देने" के लिए शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा हमला बोला."
अमित शाह का दावा है कि शरद पवार और कांग्रेस का वोट बैंक अब उद्धव ठाकरे का नया वोट बैंक बन गया है. सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, "मैं 'फर्जी' शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे से पूछना चाहता हूं कि आपको महाराष्ट्र की जनता के सामने यह स्पष्ट करना चाहिए कि सीएए लागू होना चाहिए या नहीं? क्या पीएफआई पर प्रतिबंध लगना चाहिए या नहीं? राम मंदिर का निर्माण अच्छी बात थी या बुरी बात? तीन तलाक हटाना अच्छी बात थी या नहीं? ...उद्धव जी इसका जवाब नहीं देंगे, क्योंकि उन्हें अपने नए वोट बैंक का डर है. शरद पवार और कांग्रेस का वोट बैंक अब उनका वोट बैंक बन गया है."
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आगामी चुनाव उन लोगों के बीच है जो 'जिहाद के लिए वोट करते हैं' और जो विकास को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा, "आज देश में दो खेमे हैं- पहला राम मंदिर के ख़िलाफ़, दूसरा मोदी जी का, एनडीए का... राम मंदिर कौन बनाना चाहता था. एक तरफ वो लोग हैं, जो जिहाद के लिए वोट करते हैं, दूसरी तरफ वो लोग हैं, दूसरी तरफ वे लोग हैं जो विकास के लिए वोट करते हैं. एक ओर वे लोग हैं, जो अपने परिवार के कल्याण की चिंता करते हैं, दूसरी ओर वे लोग हैं जो मोदी जी के नेतृत्व में देश के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं."
अमित शाह ने दावा किया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने आतंकवाद को नजरअंदाज किया, जबकि पीएम मोदी सरकार ने उरी और पुलवामा हमले के 10 दिनों के भीतर पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की. उन्होंने कहा, "कांग्रेस सरकार में, सोनिया-मनमोहन सरकार में… पहले आलिया, मालिया और जमालिया लगभग हर दूसरे दिन पाकिस्तान से आते थे और बम विस्फोट करते थे और चले जाते थे… कोई कुछ नहीं कहता था. 2014 में जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तब पाकिस्तान ने उरी और पुलवामा पर हमला कर दिया, लेकिन वो भूल गए कि अब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री नहीं हैं और अब मोदी प्रधानमंत्री हैं, सिर्फ 10 दिन में पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सेना ने उन्होंने पाकिस्तान में घुसकर बदला लिया."
भाजपा ने दो बार के मौजूदा सांसद संजय पाटिल को फिर से मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला शिवसेना के पहलवान चंद्रहार पाटिल और निर्दलीय उम्मीदवार और पूर्व सीएम वसंतदादा पाटिल के पोते विशाल पाटिल से होगा. सांगली लोकसभा सीट पर 2014 और 2019 दोनों चुनावों में बीजेपी ने जीत हासिल की थी. महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटें हैं. अब तक 13 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है. सांगली लोकसभा सीटों के साथ शेष 11 सीटों पर मतदान 7 मई को होगा. सभी सीटों पर मतगणना 4 जून को होगी.
ये भी पढ़ें:- "वह पहली बार अमेठी से नहीं भागे": स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं