कोरोना काल में भी दो लाख लोग भारत में इलाज के लिए बाहर से आए. इसमें पाकिस्तान के लोग भी शामिल हैं. सबसे ज्यादा बांग्लादेश और अफगानिस्तान के लोग भारत में इलाज के लिए आते हैं. भारत में इलाज कराने के लिए कोरोना काल में एक लाख 83 हजार से ज्यादा लोग आए. मजेदार बात ये है कि इलाज कराने वालों में अफगानिस्तान से लेकर अमेरिका और फ्रांस तक के लोग थे,हालांकि सामान्य दिनों के मुकाबले कोरोना काल में सबसे कम मरीज भारत में इलाज कराने आए. आंकड़ों को अगर देखें तो पता चलता है कि 2016 में जहां भारत में इलाज कराने वालों की तादात 4 लाख 27 हजार थी. वहीं सबसे ज्यादा लोग 2019 में करीब 7 लाख लोग इलाज कराने आए, लेकिन 2020 में कोरोना के वक्त जब पूरी दुनिया में लॉकडाउन था उस वक्त भी भारत में करीब दो लाख लोग इलाज कराने पहुंचे.
ये जानकारी खुद पर्यटन मंत्रालय ने आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ को दी है. मंत्रालय ने अपनी जानकारी में बताया है कि इलाज कराने आने वालों में आधे से ज्यादा बांग्लादेश के लोग है, जो सबसे ज्यादा भारत के इलाज में भरोसा रखते हैं. उसके बाद इराक और फिर अफगानिस्तान के लोग शामिल हैं. इस साल बांग्लादेश के करीब 1 लाख लोग, इराक के 16 हजार, अफगानिस्तान के 16 हजार, यूके 380, पाकिस्तान 296 और आस्ट्रेलिया के 200 लोग शामिल हैं.
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