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This Article is From Feb 02, 2021

एक और TMC विधायक ने छोड़ा ममता बनर्जी का साथ, पार्टी बोली- वैसे भी उन्हें टिकट नहीं दे रहे थे

पिछले कुछ महीनों में कई नेता कई वजहों से टीएमसी छोड़कर जा चुके हैं. इनमें से ज्यादात्तर ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है.

एक और TMC विधायक ने छोड़ा ममता बनर्जी का साथ, पार्टी बोली- वैसे भी उन्हें टिकट नहीं दे रहे थे
डायमंड हार्बर से दो बार विधायक दीपक हलदर.
कोलकाता:

ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का पार्टी छोड़कर जाने का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. अब एक और विधायक ने उनका साथ छोड़ दिया है. इस बार डायमंड हार्बर से दूसरी बार विधायक बने दीपक हलदर ने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है. विधायक का आरोप है कि उन्हें लोगों के लिए काम नहीं करने दिया जा रहा है. अंदेशा लगाया जा रहा है कि वे जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाएंगे. पिछले कुछ महीनों से भाजपा में कई प्रतिद्वंदी पार्टियों के नेता शामिल हुए हैं. बताया जा रहा है कि हलदर मंगलवार दोपहर दक्षिण 24 परगना जिले में एक रैली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे. 

हालांकि, टीएमसी का कहना है कि उन्होंने पार्टी का साथ इसलिए छोड़ दिया, क्योंकि बतौर विधायक उनका प्रदर्शन सही नहीं था, इसलिए उन्हें आने वाले चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया जा रहा था. बता दें, सीएम ममता बनर्जी पहले ही कह चुकी हैं कि जो ये जानते हैं कि उन्हें टिकट नहीं मिलेगी, वे छोड़कर जा रहे हैं. और उनके बारे में टीएमसी को कोई चिंता भी नहीं है.

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पिछले कुछ महीनों में कई नेता कई वजहों से टीएमसी छोड़कर जा चुके हैं. इनमें से ज्यादात्तर ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है. अभी तक 18 मौजूदा और पूर्व विधायक, जिनमें कई पूर्व कैबिनेट मंत्री भी शामिल हैं, टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. पिछले शनिवार पांच पूर्व टीएमसी नेता दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के बाद भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली. 

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हलदर को भाजपा नेता सोवन चटर्जी का तब से निकट सहयोगी माना जाता है, जब चटर्जी तृणमूल में थे। उन्होंने चटर्जी से दक्षिण कोलकाता स्थित उनके आवास पर हाल में मुलाकात की थी. तृणमूल नेतृत्व ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. हलदर को जिले के एक कॉलेज में पार्टी के छात्र मोर्चे के प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच झड़प में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किए जाने के बाद 2015 में पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। बाद में, उन्हें जमानत मिल गई थी और उन्हें पार्टी में पुन: शामिल कर लिया गया.

(इनपुट भाषा से भी)

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