लखनऊ के हजरतगंज थाने की पुलिस ने 20 सितंबर को आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को देशद्रोह के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया था लेकिन अब पुलिस ने सूचित किया है कि चूंकि संसद का सत्र चल रहा है इसलिए आप सत्र खत्म होने के दो दिन बाद अपना बयान दर्ज कराने के लिए आ सकते हैं. संजय सिंह ने कल कहा था कि वे 20 सितंबर को यूपी जाएंगे.
संजय सिंह (Sanjay Singh) पर यूपी (UP) में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. इस पर संजय सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि ''सत्ता के अहंकार की बहुत कहानियां सुनी होंगी, यूपी सरकार (Yogi Government) ने देशद्रोह का मामला मेरे खिलाफ दर्ज किया है. तीन महीने में 13 मुकदमे मेरे खिलाफ दर्ज हुए हैं. आखिर मेरा अपराध क्या है? 37 सांसदों ने मेरा समर्थन किया है. मैंने हर समाज के साथ हो रहे अन्याय का मुद्दा उठाया. क्या यही वजह है, मेरे खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ है.''
संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि ''ऑक्सिमीटर का मुद्दा मैंने उठाया. शमशान में योगी सरकार ने दलाली की है. सर्वे में पता चला है कि जातिवादी सरकार है. यूपी में मासूम बच्चियों के साथ रेप हो रहा है. यूपी में व्यापारियों को मारा जा रहा है. मैं देशद्रोही हूं क्योंकि मैंने योगी सरकार का चेहरा बेनकाब किया है.'' उन्होंने कहा था कि ''मैं योगी जी से कहना चाहता हूं, मैं जा रहा हूं 20 तारीख को. नौ बजे सभापति जी को सूचित करके 20 तारीख को लखनऊ में गिरफ्तारी दूंगा. मैं हर समाज से कहना चाहता हूं कि जितने मुकदमे करना हैं मेरे खिलाफ कर दो लेकिन मैं योगी सरकार के खिलाफ चुप नही बैठूंगा.''
संजय सिंह ने कहा कि ''12 दलों के 37 सांसदों ने मेरे समर्थन में हस्ताक्षर कर एक चिट्ठी सभापति को भेजी है, जिसमें उनसे इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. कांग्रेस, आरजेडी, डीएमके, अकाली, शिवसेना, एनसीपी, सीपीएम, सीपीआई, टीएमसी जैसे दलों ने समर्थन जताया है.''
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