बिहार पुलिस ने संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े तीन लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले की जानकारी देने के लिए आयोजित किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने आरएसएस की तुलना पीएफआई से कर दी. उन्होंने कहा, 'जिस तरह आरएसएस की शाखा में शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है, वैसे ही पीएफआई में भी फीजिकल ट्रेनिंग दी जा रही थी.'
एसएसपी ने कहा कि जिस तरह आरएसएस अपनी शाखा का आयोजन करते हैं जिसमें लाठी चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है, वैसे ही पीएफआई शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर युवाओं को ट्रेनिंग दे रहे थे और अपने एजेंडा और प्रोपगैंडा के तहत युवाओं का ब्रेनवॉश कर रहे थे.
@NitishKumar सरकार के लिए नयी मुश्किल ..अब पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक ने पीएफ़आई और आरएसएस में समानता कैमरा पर बताया जो भाजपा के नेताओं को रास नहीं आ रहा @ndtvindia @Anurag_Dwary pic.twitter.com/J41caE9MyG
— manish (@manishndtv) July 14, 2022
वहीं पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि ये सभी भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की कार्ययोजना पर भी काम कर रहे थे. इनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं.
इधर बीजेपी ने एसएसपी के इस बयान के बाद हमला तेज कर दिया है. बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि ये बयान एसएसपी के मानसिक दिवालियापन को दिखाता है. उन्होंने एसएसपी से मांफी की मांग की है, नहीं तो सरकार की तरफ से कार्रवाई की बात कही है.
@BJP4Bihar पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक के बयान के उस अंश से नाराज़ हैं जहां उन्होंने आरएसएस और पीएफ़आई में समानता बतायी हैं और विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने या माफ़ी माँगने या सरकार से उनके ख़िलाफ़ कारवाई करने की माँग की हैं@ndtvindia pic.twitter.com/JxtTnwoDhD
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वहीं बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भी एसएसपी से बयान वापस लेने और मांफी की मांग की है.
धर्मनिरपेक्ष भारत को इस्लामी देश बनाने की साजिश में लिप्त पीएफआई के संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद इस प्रतिबंधित संगठन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जैसे देशभक्त संगठन की तुलना करना नितांत निंदनीय और अज्ञानतापूर्ण है।
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पटना एसएसपी के इस बयान का हम पार्टी ने बचाव किया है.
@BJP4Bihar पटना के एसएसपी के बयान के विरोध के बाद @NitishKumar सरकार में सहयोगी हम पार्टी ने मानवजीत सिंह ढ़िल्लो का बचाव कर पूरे मामले को दिलचस्प बना दिया हैं @ndtvindia pic.twitter.com/F7Yn06r0nh
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एसएसपी ने बताया कि इस संगठन को हमलोग काफी समय से फॉलो कर रहे थे. हमारे अलावा कई और सुरक्षा एजेंसियों के पास इनको लेकर इनपुट थे. प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर भी हमें कई इनपुट मिले थे, जिनके आधार पर हमने छापेमारी की और इन लोगों के गिरफ्तार किया. उन्होंने कहा कि हमारी सोशल मीडिया भी मॉनिटरिंग टीम इस पर नजर बनाए हुई थी.
एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि हमें पता चला कि 6 और 7 जुलाई के बीच में 10 से 12 लोग तमिलनाडु और केरल से यहां आए हैं, जिन्हें शारीरिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसी आधार पर हमने छापेमारी की जिसमें ये लोग गिरफ्तार किए गए. वहां कई कागजात भी मिले जिसमें भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की बात थी.
उन्होंने बताया कि फुलवारी थाने में इसको लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें से एक आरोपी का भाई सिमी का एक्टिव सदस्य था, जो बैन किया जा चुका है. वो जेल भी जा चुका है. एसएसपी ने बताया कि हमें कुछ ऐसे भी डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिसमें भारत की संप्रभुता और अखंडता के विरुद्ध भी कई बातें लिखी गई थी.
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