दक्षिण मुंबई के डोंगरी इलाके में मंगलवार को एक चार मंजिला इमारत गिर गयी. उसके मलबे में 40-50 लोगों के फंसे होने की आशंका है. पुलिस ने इस हादसे की जानकारी दी है. BMC डिज़ास्टर मैनेजमेंट सेल के मुताबिक, डोंगरी में इमारत ढहने के बाद दो लोगों की मौत हो गई है, और 5 लोगों को बचाया जा चुका है. हादसे के बाद आस-पास के लोग व एनडीआरएफ की टीम बचावकार्य में जुटे हुए हैं. बिल्डिंग में करीब 15 परिवार रहते थे. फायर टेंडर की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं. जख्मी लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है.
यहां एंबुलेंस की कई गाड़ियां मौजूद हैं. आला अधिकारी व पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि एनडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी कर रखा है और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर मलबे को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं. रेस्क्यू टीम ज्यादा से ज्यादा लोगों को जिंदा बचाने के लिए प्रयास में हैं. पतली गलियां होने की वजह से बड़ी मशीनें अंदर नहीं आ सकती. पूरी खबर पढ़ें
कर्नाटक संकट: स्पीकर ने SC से कहा- अयोग्यता और बागी MLAs के इस्तीफों पर कल तक निर्णय लेंगे
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि बागी विधायकों की अयोग्यता और उनके त्याग पत्र के मामले में वह बुधवार तक निर्णय ले लेंगे. साथ ही अध्यक्ष ने न्यायालय से इस मामले में यथास्थिति बनाये रखने के पहले के आदेश में उचित सुधार करने का अनुरोध किया.
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ के समक्ष अध्यक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कोई यह नहीं कह सकता कि अध्यक्ष से गलती नहीं होती लेकिन उन्हें समय सीमा के भीतर मामले का फैसला लेने के लिये नहीं कहा जा सकता.
बाढ़ से अब तक 44 की मौत, 70 लाख लोग प्रभावित
देश के कई हिस्सों में आई भयावह बाढ़ पर चिंता जताते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत एवं बचाव कार्य में जुट जाएं. उन्होंने ट्वीट किया, ''असम, बिहार, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और मिजोरम में बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए हैं. जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है." गांधी ने कहा, ''मैं इन सभी राज्यों के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं वे आम लोगों के राहत और बचाव कार्य में तत्काल जुटें." गौरतलब है कि पूर्वोत्तर और बिहार के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. वहीं सैलाब की वजह से मरने वालों की संख्या सोमवार को बढ़कर 44 हो गई.
इसके अलावा प्राकृतिक आपदा से करीब 70 लाख लोग प्रभावित हैं. असम के 33 में से 30 जिलों के करीब 43 लाख लोग सैलाब से प्रभावित हैं. बाढ़ ने 15 लोगों की जान भी ले ली है. इसके अलावा, काज़ीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य और मानस राष्ट्रीय उद्यान भी जलमग्न हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनेवाल से सोमवार को फोन पर बात की और राज्य में बाढ़ के हालात के बारे में जानकारी ली.
'ऑपरेशन बालाकोट' के बाद से बंद एयरस्पेस को खोलना क्या पाकिस्तान की अब मजबूरी है?
पाकिस्तान ने सोमवार देर रात से अपने हवाई क्षेत्र को सभी तरह के असैन्य उड़ानों के लिए खोल दिया है. इस आशय की जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई है. इसके साथ ही फरवरी में हुए बालाकोट हवाई हमले के बाद पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में भारतीय उड़ानों पर लगा प्रभावी प्रतिबंध खत्म हो गया है. इससे सबसे ज्यादा लाभ एअर इंडिया को होगा क्योंकि फरवरी से अभी तक अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों, खास तौर से अमेरिका और यूरोप जाने वाली उड़ानों, को दूसरे रास्ते से ले जाने के कारण कंपनी को करीब 491 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. सूत्रों ने सोमवार देर रात बताया, ‘‘पाकिस्तान ने आज रात 12 बजकर 41 मिनट से सभी विमानन कंपनियों को अपने हवाई क्षेत्र से उड़ान भरने की अनुमति दे दी है.
भारतीय विमानन कंपनियां जल्दी ही पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से होते हुए अपने सामान्य रूट से उड़ानें शुरू कर सकेंगी.'' पाकिस्तान के नागर विमानन प्राधिकरण ने भारतीय समयानुसार देर रात 12 बजकर 41 मिनट पर एयरमैन (एनओटीएएम) को एक नोटिस जारी कर कहा कि ‘‘पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को सभी ज्ञात एटीएस रूट पर सभी असैन्य उड़ानों के लिए तत्काल प्रभाव से खोला जाता है.'' आपको बता दें कि पाकिस्तान ने 26 फरवरी को बालाकोट में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविर पर भारतीय वायुसेना के हमले के बाद से अपने हवाई क्षेत्र को पूरी तरह बंद कर दिया था.
Lunar Eclipse 2019: आज है साल का आखिरी चंद्रग्रहण, जानिए इसके बारे में सब कुछ
आज रात चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) का नजारा दिखाई देगा. यह आंशिक चंद्र ग्रहण (Partial Lunar Eclipse) होगा जिसे पूरे देश में देखा जा सकेगा. भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण (Grahan) 16 जुलाई की रात 1 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगा और 17 जुलाई की सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. आंशिक चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) तब होता है जब सूरज और चांद के बीच पृथ्वी घूमते हुए आती है, लेकिन वे तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते. यह चंद्र ग्रहण पूरे भारत में दिखाई देगा क्योंकि उस वक्त यहां रात होगी. चंद्र ग्रहण के दिन ही गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) भी है.
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन ही आदिगुरु, महाभारत के रचयिता और चार वेदों के व्याख्याता महर्षि कृष्ण द्वैपायन व्यास यानी कि महर्षि वेद व्यास (Ved Vyas) का जन्म हुआ था. ग्रहण (Eclipse in 2019) की वजह से सूतक काल से पहले ही गुरु पूर्णिमा की पूजा कर ली जाएगी. आपको बता दें कि 16 जुलाई को लगने वाले आंशिक चंद्र ग्रहण बाद फिर 2019 का आखिरी ग्रहण और तीसरा सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) 26 दिसंबर को होगा, जिसे भारत में देखा जा सकेगा. 26 दिसंबर को वलयकार (Annular Solar Eclipse) सूर्य ग्रहण होगा.
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