नकली नोटों की फ्लो में आया उछाल
मिस्टर ओ'ब्रायन ने एक टेबल ग्राफ़िक साझा किया, जिसमें दिखाया गया कि बीते एक साल में नकली 500 रुपये के नोटों की संख्या दोगुनी हो गई. वहीं, इसी समय अवधि में 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या में 54 प्रतिशत का उछाल आया है.
टीएमसी सांसद ने ट्वीट कर कहा, “ नमस्कार मिस्टर पीएम नोटबंदी याद है? और कैसे ममता बनर्जी ने आपके इस कदम की आलोचना की थी? आपने कैसे राष्ट्र से वादा किया था कि नोटबंदी सभी नकली नोटों को मार्केट से खत्म कर देगी. लेकिन यह आरबीआई की हालिया रिपोर्ट है, जो नकली नोटों की संख्या में भारी वृद्धि की ओर इशारा करती है."
आरबीआई की रिपोर्ट में कही गई ये बात
बता दें कि आरबीआई द्वारा जारी नए वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है, “ पिछले साल की तुलना में 10, 20, 200, 500 और 2000 रुपये के नकली नोटों के फ्लो में क्रमशः 16.4 प्रतिशत, 16.5 प्रतिशत, 11.7 प्रतिशत, 101.9 प्रतिशत और 54.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि 50 और 100 रुपये के नकली नोटों के प्रवाह में क्रमशः 28.7 प्रतिशत और 16.7 प्रतिशत की गिरावट आई है.”
नोटबंदी ने देश को झकझोर दिया था
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी सरकार के नोटबंदी के कदम ने देश को झकझोर कर रख दिया था. लाखों लोगों को अपनी गाढ़ी कमाई को निकालने के लिए बैंकों के बाहर घंटों लाइन में लगना पड़ा था. अचानक हुई इस घोषणा से अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया था क्योंकि लोग एक बैंक से दूसरे बैंक की ओर भाग रहे थे. नोटबंदी की घोषणा करते हुए, प्रधान मंत्री मोदी ने नकली नोटों के खतरे की ओर इशारा किया था और बताया कि कैसे आतंकवादी लेनदेन के लिए इस मार्ग का उपयोग कर रहे थे.
उन्होंने कहा था कि नोटबंदी का उद्देश्य काले धन और भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए नकद लेनदेन को कम करना है. पीएम ने कहा था कि नोटबंदी एक ऐसा अवसर है, जहां हर नागरिक भ्रष्टाचार, काले धन और नकली नोटों के खिलाफ "महायज्ञ" में शामिल हो सकता है.
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